◆अधिवक्ता ने लेखपाल पर मारपीट एवं रिवाल्वर तानने का लगाया आरोप,आक्रोशित हुए अधिवक्ता, रोड जाम कर किया प्रदर्शन
◆बैरिकेडिंग कर पुलिस ने बदली यातायात व्यवस्था, एम्बुलेंस को अधिवक्ताओं ने दिया रास्ता
◆तहसील में की गयी तोड़ फोड़, अराजकता पर बार एसोसिएशन ने की निंदा
बाराबंकी: जनपद की सदर तहसील के माहौल उस समय गरम हो गया जब एक अधिवक्ता और राजस्व लेखपाल के मध्य कहासुनी का मामला हाथापाई तक पँहुच गया। मारपीट की इस घटना के बीच बड़ी खबर सामने यह आयी कि लेखपाल चंद्रसेन ने अधिवक्ता धर्मेंद्र पर पिस्तौल तान दी इसी के मध्य सूचना अन्य अधिवक्ताओं तक आग की तरह फैल गयी जिसके बाद अधिवक्तागण आक्रोशित हो गए और रोड जाम कर प्रदर्शन कर लेखपाल के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करने लगे।
काफी देर तक अधिवक्ता तहसील नवाबगंज से प्रदर्शन करते हुए रोड पर आ गए और लेखपाल के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करने लगे, अधिकवक्ताओ का आक्रोश देख मौके पर सीओ सिटी सीमा यादव दल बल के साथ मोर्चा संभालने में जुटी रही आनन फानन में ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू करने के लिए बैरिकेडिंग कर रुट परिवर्तित कर दिया गया।
काफी देर चले इस प्रदर्शन में अधिवक्ताओं ने पुलिस में तहरीर दी जिसके क्रम में पुलिस ने अधिवक्ता को धमकी देने एवं मारपीट करने के सम्बंध मुकदमा दर्ज करते हुए कार्यवाही का आश्वासन दिया जिसके बाद अधिवक्तागण सड़क से हटने लगे लेकिन इसी मध्य कुछ लोगो ने तहसील परिसर में तोड़ फोड़ शुरू कर दी, गमले, दरवाजे और यहाँ तक कि कंप्यूटर भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। यहाँ तक कि राजस्व कर्मियों की पिटाई भी की गयी जिसमे दो लेखपाल घायल हुए एवं एक लेखपाल के सिर पर गहरी चोट आयी जिनका इलाज जिला चिकित्सालय में चल रहा है, उनका हाल चाल लेने डीएम एवं एसपी सहित तमाम प्रशासनिक अमला मौजूद रहा। वही तहसील की सुरक्षा के दृष्टिगत तहसील को प्रशासन ने छावनी में तब्दील कर दिया।
जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त बयान जारी करते हुए बताया कि कार्य सरकार के दौरान कुछ अराजक तत्वो ने तहसील प्रांगण में तोड़ फोड़ एवं राजस्व कर्मियों से मारपीट की है जिनकी शिनाख्त कर उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।
वही बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं महामंत्री ने जिलाधिकारी को पत्र प्रेषित करते हुए अवगत कराया कि लेखपाल द्वारा अधिवक्ता से की गयी मारपीट एवं रिवाल्वर तानने के मामले में पुलिस ने प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की एवं संबंधित अधिवक्ता का चिकित्सीय परीक्षण भी कराया गया जिससे अधिवक्तागण संतुष्ट हुए किन्तु कुछ ही समय पश्चात कुछ लोगो द्वारा अराजकता करते हुए तहसील परिसर में तोड़ फोड़ की गयी जिसकी निंदा की जाती है एवं इस अराजकता से बार का कोई वास्ता न होने की बात कही गयी। जारी पत्र में यह भी उल्लिखित किया गया कि यदि प्रशासन सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से अराजक तत्वो पर कोई कार्यवाही करता है तो जिला बार को इसमे कोई आपत्ति नही है।
रिपोर्ट – नितेश मिश्रा