
बीते सप्ताह शासन ने कुछ आईएएस अफसरों के तबादले किए थे जिसके तहत अमरोहा के जिला अधिकारी उमेश मिश्रा को बिजनौर का जिला अधिकारी बनाया गया और अमरोहा में बालकृष्ण त्रिपाठी को जिला अधिकारी का दायित्व सौंपा गया ।
इस समय पूरे देश में सबसे बड़ी चुनौती के रूप में एक तरफ कोरोना महामारी से चल रहा भयंकर युद्ध है वहीं दूसरी तरफ अर्थव्यवस्था और रोजगार की गतिविधियों को पटरी पर लाना भी एक महत्वपूर्ण लक्ष्य है । द इंडियन ओपिनियन उत्तर प्रदेश के कई जिला अधिकारियों से इस संदर्भ में बातचीत करके जनपदों में कोरोना नियंत्रण खास तौर पर बच्चों की सुरक्षा को लेकर तैयार किए जा रहे कार्यक्रम को जनता के सामने प्रस्तुत कर रहा है ।
संचालित है ऑक्सीजन प्लांट पर्याप्त संख्या में है कंसंट्रेटर, बच्चों के लिए विशेष व्यवस्थाएं:
इसी क्रम में अमरोहा के जिलाधिकारी बालकृष्ण त्रिपाठी ने बताया कि अमरोहा जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट को संचालित किया गया है और पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन सुविधा युक्त बेड मरीजों के लिए उपलब्ध है इसके अलावा बच्चों को संभावित संक्रमण के खतरे को देखते हुए 40 बेड खासतौर पर बच्चों के लिए तैयार करवाए जा रहे हैं जहां आवश्यकता अनुसार वेंटिलेटर समेत सभी अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। जिला अस्पताल को सक्षम बनाने के साथ ही कई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी इस चुनौती के लिए तैयार किया जा रहा है वहां पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था की गई है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए पर्याप्त संख्या में बेड तैयार किए जा रहे हैं जिससे तीसरी लहर की संभावनाओं का मजबूती से सामना किया जा सके।
प्रोटोकॉल यानी मास्क सोशल डिस्टेंसिंग सैनिटाइजेशन के प्रति गंभीरता:
इसके अलावा जिला अधिकारी बालकृष्ण त्रिपाठी ने बताया की “हमें इस बात का समन्वित प्रयास करना है कि हम तीसरी लहर के खतरे को रोके और यदि खतरा आ जाए तो उसका मजबूती से सामना करें और जनपद के लोगों की इससे सुरक्षा सुनिश्चित करें इसके लिए जागरूकता का बहुत महत्व है लोगों को मास्क का प्रयोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन स्वच्छता और सैनिटाइजेशन के प्रति गंभीर रहने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है साथ ही सप्ताहांत के 2 दिन की बंदी पर व्यापक सैनिटाइजेशन अभियान पूरे जनपद में चलाया जा रहा है जिससे संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके।
डीएम वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने में जुटे:
जिला अधिकारी ने यह भी बताया कि वैक्सीनेशन की गति को लगातार बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है जनपद में औसत चार पांच हजार लोगों को प्रतिदिन वैक्सीन की खुराक दी जा रही है इसकी गति को और प्रभावी करने के लिए प्रयास किया जा रहा है लोगों से अपील की जा रही है कि वैक्सीनेशन कार्यक्रम में शामिल होकर वैक्सीन जरूर लगवाएं और खुद को सुरक्षित करें जिससे संक्रमण को आगे बढ़ने से रोका जाए।
लापरवाही पर कठोर कार्रवाई की बजाय जागरूकता पर जोर:
कोरोना प्रोटोकॉल सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई के सवाल पर DM बालकृष्ण त्रिपाठी ने बहुत ही महत्वपूर्ण उत्तर दिया। उनका कहना है कि संकट की इस घड़ी में लोगों को जागरूक करके उनसे निवेदन करके उन्हें कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा जा रहा है हमारा प्रयास है कि चालान व अन्य कठोर कार्रवाई कम से कम की जाए लोगों को इस बीमारी के खतरे और बचाव के महत्व से अवगत करा कर उन्हें अनुशासन की ओर लाया जाए अनुशासन और जिम्मेदारी भरे व्यवहार से ही कोरोना को परास्त किया जा सकता है।
क्षेत्र भ्रमण निरीक्षण और समीक्षा बैठकों के जरिए प्रभावी नेतृत्व देने का प्रयास:
जिलाधिकारी डॉ बालकृष्ण त्रिपाठी प्ले स्वयं जनपद के सभी चिकित्सालय में का निरीक्षण कार्यक्रम शुरू कर दिया है जिला अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ-साथ कोरोना नियंत्रण में जुटे सभी अस्पतालों की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ले रहे हैं इसके अलावा जनपद में आर्थिक गतिविधियां सुचारू रूप से चल सके सरकारी योजनाओं का लाभ नियमानुसार सभी जरूरतमंद लोगों को मिल सके इसके लिए वह समीक्षा बैठक भी कर रहे हैं । उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि शासन द्वारा सभी संचालित योजनाओं का लाभ लोगों को समय से उपलब्ध कराया जाए विकास कार्यक्रमों को तेजी से संचालित किया जाए और महामारी के नियंत्रण को प्राथमिकता पर रखा जाए।
रिपोर्ट – दीपक मिश्रा, द इंडियन ओपिनियन लखनऊ