आर्टिकल 370 रद्द होने के 25 महीने बाद गृहमंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के दौरे पर।

5 अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 रद्द होने के 25 महीने बाद यह शाह की पहली जम्मू-कश्मीर यात्रा है। श्रीनगर एयरपोर्ट पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गृहमंत्री का स्वागत किया। शाह यहां से सीधे जम्मू-कश्मीर सी आई डी के शहीद इंस्पेक्टर परवेज अहमद डार के घर पहुंचे। उन्होंने परवेज को श्रद्धांजलि दी और उनके घरवालों से मुलाकात की।

शाह ने कहा कि ढाई साल पहले पत्थरबाजी की खबरें आती थीं। अब कश्मीर के युवा विकास की बात कर रहे हैं। उन्हें विकास की गतिविधियों से जोड़ेंगे। सबसे महत्वपूर्ण युवाओं को खेल से जोड़ना है। खेल ही हमें हारना सिखाता है। खेल ही जीतने का जज्बा सिखाता है।
उन्होंने कहा कि हर पंचायत में यूथ क्लब बनना चाहिए। युवा हमेशा एक बात याद रखें। जीवन संभावनाओं से भरा हुआ है। निर्भर उन पर करता है। आपके सामने जो संभावनाएं हैं, उसे उपयोग कैसे करना है। लक्ष्य तय करते वक्त ये नहीं सोचना कि मैं इसे पूरा कर पाऊंगा कि नहीं। लक्ष्य तय किया और आगे बढ़े।

बैठक में घाटी में लगातार हो रही आम नागरिकों की हत्या और सीमा पार से होने वाली घुसपैठ में बढ़ोतरी पर भी चर्चा हुई।
शाह ने सोशल मीडिया पर कहा कि शहीद जवान परवेज अहमद के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुझे और पूरे देश को उनकी बहादुरी पर गर्व है। उनके परिजनों से भेंट की और उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी दी। शाह ने कहा है कि मोदी जी ने जो नए जम्मू काश्मीर की कल्पना की है, उसे साकार करने के लिए जम्मू काश्मीर पुलिस पूरी तन्मयता से कोशिश कर रही है।

कश्मीर में पिछले कुछ दिनों के अंदर हुए आतंकी हमलों और गैर कश्मीरियों पर हमलों के बाद शाह का यह दौरा सुरक्षा की दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है। शाह 3 दिन जम्मू-कश्मीर में कई अहम बैठकें करेंगे।
शाह ने कहा कि कश्मीर को भारत सरकार से मदद आती है। आनी भी चाहिए, बहुत सहा है कश्मीर ने। परन्तु एक दिन ऐसा जरूर आएगा, जब कश्मीर भारत के विकास के लिए योगदान करेगा। कश्मीर लेने वाला नहीं, भारत को देना वाला प्रदेश बनेगा।
उन्होंने आगे कहा कि सवा दो साल के बाद मैं जम्मू-कश्मीर आया हूं। सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद मेरा पहला कार्यक्रम यूथ क्लब के युवा साथियों के साथ हो रहा है। मैं जम्मू-कश्मीर के युवाओं से मिलकर बहुत आनंद और सुकून का अनुभव करता हूं।

गृहमंत्री के दौरे को लेकर पूरे कश्मीर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जम्मू कश्मीर में आई बी , एन आई ए, सेना, सी आर पी एफ के सीनियर अधिकारी इस समय कैम्प कर रहे हैं।
श्रीनगर में पैरा मिलिट्री के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। पूरे केंद्र शासित प्रदेश में सी आर पी एफ की 10 और बी एस एफ की 15 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही ड्रोन और खुफिया कैमरों से चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है। हर सड़क और गली-मुहल्लों में भी सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।

शाह के दौरे को घाटी में हालिया आतंकी गतिविधियों से भी जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, पिछले 15 दिनों में अलग-अलग घटनाओं में आतंकियों ने गैर कश्मीरियों की टारगेट किलिंग कर रही है। हाल की घटनाओं में 11 लोग मारे गए हैं।
वहीं, सुरक्षाबलों ने भी आतंकियों को जवाब देने के लिए पूरी घाटी में ऑपरेशन क्लीन चला रखा है। पिछले 15 दिनों में कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों के साथ 11 मुठभेड़ों में 17 आतंकी मारे गए हैं। वहीं 9 जवान भी शहीद हुए हैं।
शाह के आगमन पर श्रीनगर की लगभग सभी सड़कों के दोनों ओर बड़ी संख्या में तिरंगे झंडे लगाए गए हैं। डल झील से होटल सेंटोर वाले रास्ते को जबरदस्त तरीके से सजाया गया है।

रिपोर्ट आर डी अवस्थी

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