
भरथना और ताखा तहसील क्षेत्र के गांवों में बिजली के तारों से निकली चिंगारी ने करीब 63 बीघा पकी खडी गेहूं की फसल जलाकर राख कर दी। तेज लपटें व उठता धुंआ देख खेतों पर कृषि कार्य कर रहे कृषक अग्निकाण्ड घटनास्थल की ओर दौड पडे और निजी संसाधनों से भीषण अग्निकाण्ड पर काबू करने का प्रयास करने लगे और सूचना पर पहुँचे फायरबिग्रेड कर्मियों ने ग्रामीणों के सहयोग से धधकती आग को बमुश्किल बुझाया।

जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह करीब 11 बजे खेतों से निकली हाईटेंशन विद्युत लाइनों से निकली चिंगारी से खेतों पर पकी खडी गेहूं की फसल में आग लग गई। धीरे-धीरे सुलगी आग ने इतना विकराल रूप धारण किया कि करीब 63 बीघा पकी खडी गेहूं की फसल जलाकर राख कर दी। खेतों से उठती लपटें व निकलते धुंआ को देख समीप ही कृषि कार्य कर रहे कृषक घटनास्थल की ओर दौड पडे और निजी संसाधनों से धधकती आग को बुझाने का प्रयास करने लगे तथा ग्रामीणों ने घटना की सूचना फायरबिग्रेड को दी। मौके पर पहुंची फायरबिग्रेड ने ग्रामीणों के सहयोग से काफी घण्टों बाद बेकाबू आग को बुझाने में सफलता हासिल की।

उक्त सम्बन्ध में रजिस्टार कानूनगो वीरेन्द्र सिंह यादव व क्षेत्रीय लेखपाल उमेश चन्द्र यादव ने संयुक्त रूप से बताया कि सोमवार को घटित अग्निकाण्ड में तहसील ताखा के नगला खेमी (आढरपुर) निवासी लज्जाराम, कामता प्रसाद, शिवपाल सिंह, बृजपाल सिंह, रामायणी, सुमन देवी, प्रदीप कुमार, हरीशंकर, मनोज कुमार, बृजेश कुमार, प्रदीप कुमार, रामपूती तथा तहसील भरथना के ग्राम तुरैया निवासी सुरेश सिंह, ओंकार सिंह, सहदेव सिंह, नीरज, मेहरवान सिंह आदि कृषकों की करीब 63 बीघा पकी खडी गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई। कर्मचारी द्वय ने बताया कि उक्त अग्निकाण्ड में करीब साढे चार लाख रूपये का नुकसान होने की सम्भावना है। उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दी गई है।
रिपोर्ट – विजयेन्द्र तिमोरी, इटावा