
उचित वेतन और अधिकारों की मांग को लेकर पूरे प्रदेश में डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग और सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग की है साथ ही अधिकार बढ़ाए जाने की भी बात रखी है ।

एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने उत्तर प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजते हुए कहा है कि अन्य तकनीकी डिप्लोमा धारियों के समान फार्मेसी डिप्लोमा धारक फार्मासिस्ट, चीफ फार्मासिस्ट प्रभारी अधिकारी फार्मेसी और विशेष कार्य अधिकारी फार्मेसी तथा संयुक्त निदेशक फार्मेसी का वेतन संशोधित करके वृद्धि की जाए, फार्मासिस्ट का पदनाम फार्मेसी अधिकारी किया जाए, ट्रामा सेंटर एवं ड्रग वेयरहाउस केंद्रों पर फार्मासिस्ट संवर्ग के पद सृजित किए जाएं कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की न्यूनतम योग्यता में बी फार्मा अथवा डी फार्मा को भी सम्मिलित किया जाए।

फार्मासिस्ट को प्राथमिक उपचार और औषधियां लिखने का अधिकार दिया जाए संवर्ग के पदों का पुनर्गठन करते हुए जिला फार्मेसी अधिकारी एवं बड़े चिकित्सालय में विशेष कार्य अधिकारी फार्मेसी के पद सृजित किए जाएं डिप्लोमा फार्मासिस्ट को बैचलर फार्मेसी रेगुलेशन एक्ट 2014 के क्रम में 2 वर्षीय ब्रिज कोर्स राजकीय खर्च पर करवाया जाए, औषधि अधिनियम 1940 के अनुसार औषधि सामग्री सर्जिकल ड्रेसिंग उपकरणों आदि का प्रभारी चीफ फार्मेसिस्ट प्रभारी अधिकारी फार्मेसी को ही बनाया जाए।

इस प्रकार कई प्रमुख मांगों को रखते हुए उत्तर प्रदेश समेत जनपद बाराबंकी के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और सभी सरकारी अस्पतालों पर डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के द्वारा प्रदर्शन किया गया । बाराबंकी में जिला चिकित्सालय में प्रांतीय महामंत्री डॉ उमेश चंद्र मिश्रा के नेतृत्व में डॉक्टर के के सिंह डॉ आर सी वर्मा डॉक्टर एमपी चौधरी डॉक्टर तिलकराम डॉक्टर रेखा दिक्षित डॉक्टर सुशील वर्मा डॉक्टर संकेत वर्मा डॉक्टर सत्येंद्र पाठक डॉक्टर मुकेश वर्मा व अन्य संगठन के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने मिलकर सरकार के ध्यानाकर्षण के लिए प्रदर्शन किया।
द इंडियन ओपिनियन
बाराबंकी