
“डॉ कैलाश नारायण सिंह ने अपना पूरा जीवन मानवता के हित में समर्पित किया और एक चिकित्सक के रूप में उन्होंने दुनिया के कई देशों में सेवाएं दी . अमेरिका और कनाडा का वैभव पूर्ण जीवन छोड़कर वह अपने देश वापस लौट आए और देश में लखनऊ बाराबंकी और अंबेडकरनगर में बड़े अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज की स्थापना करके हजारों परिवारों को जीविका चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवाई और देश के लिए हजारों चिकित्सक और चिकित्सा कर्मी तैयार करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।”
-डॉ मधुलिका सिंह

3 जनवरी 1956 को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जनपद में जन्मे डॉ कैलाश नारायण सिंह बाल्यकाल से ही मेधावी और तेजस्वी थे । अपने देश में ही शिक्षा दीक्षा हासिल करने के पश्चात वह कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रख्यात चिकित्सक के रूप में कार्यरत रहे । कनाडा और अमेरिका में लंबे समय तक चिकित्सा सेवा देने के पश्चात 90 के दशक में वह वापस अपनी मातृभूमि भारत की सेवा के लिए लौट आए और उन्होंने लखनऊ में विश्व स्तरीय चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए गोमती नगर क्षेत्र में मेयो मेडिकल संस्थान की स्थापना की।

डॉ कैलाश नारायण सिंह की जीवन यात्रा लगातार ऊंचाइयों की ओर बढ़ती रही। मानव सेवा राष्ट्र सेवा और संवेदनशीलता का भाव उनकी एक विशेषता थी जिसके चलते उन्होंने लखनऊ में एक उच्चस्तरीय चिकित्सालय स्थापित करने के पश्चात देश में पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों और चिकित्सा कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके, पिछड़े माने जाने वाले जनपदों का विकास हो सके, इस भावना के साथ जनपद बाराबंकी में एक आधुनिक मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जहां हजारों की संख्या में मेडिकल छात्र अध्ययन करते हैं और प्रत्येक वर्ष चिकित्सा सेवा राष्ट्र सेवा की भावना के साथ समाज के हित में कार्यरत होते हैं।

इतना ही नहीं डॉ कैलाश नारायण सिंह के प्रयासों से उत्तर प्रदेश के पिछड़े जनपद माने जाने वाले अंबेडकर नगर जनपद में भी एक आधुनिक चिकित्सालय की स्थापना की गई जहां हजारों गरीब परिवारों को बेहद कम खर्च में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होती है। बीते वर्ष कोरोना के दूसरे “वीभत्स काल” में भी वह एक चिकित्सक व नेतृत्वकर्ता के दायित्व का निर्वहन करते हुए स्वयं गंभीर रूप से अस्वस्थ हो गए । 20 मई 2021 को डॉ कैलाश नारायण सिंह ने अपना शरीर त्याग दिया और स्वर्गवासी हो गए।

उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर मेयो संस्थान के हजारों कर्मचारियों और छात्रों ने पूरे मनोयोग से चिकित्सा सेवा के जरिए मानव सेवा को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।लखनऊ व बाराबंकी स्थित मेयो मेडिकल परिसर में बड़ी संख्या में समाज के गणमान्य लोगों ने कर्मचारियों और छात्र छात्राओं मरीजों ने उन्हें भावुक हृदय से श्रद्धांजलि अर्पित की ।

इस मौके पर उनकी धर्मपत्नी और मेयो समूह की निदेशिका डॉ मधुलिका सिंह ने कहा, “दिवंगत डॉक्टर श्री कैलाश नारायण सिंह जैसी महान विभूति को याद करके शोक करना उचित नहीं होगा उनको याद करके प्रेरित होने की आवश्यकता है उनको याद करके समाज सेवा और चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में अपने देश को आत्मनिर्भर बनाने की आवश्यकता है जिससे उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा सेवा समाज में सभी लोगों को उपलब्ध कराई जा सके। मेयो समूह के सभी अस्पताल और इससे जुड़े हुए सभी चिकित्सक कर्मचारी और अधिकारी यह प्रेरणा ले रहे हैं कि डॉ कैलाश नारायण सिंह के स्वप्न और उनके लक्ष्य को पूरा करने के लिए चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में पूरे मनोयोग से काम करते रहेंगे।”
शुक्रवार 20 मई
द इंडियन ओपिनियन लखनऊ