केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज मध्यप्रदेश स्थित जबलपुर का किया दौरा।

मध्यप्रदेश :केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज पहुँचे जबलपुर, यहां उन्होंने राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर शाह ने कहा कि अमर बलिदानी शंकर शाह और रघुनाथ शाह दोनों पिता-पुत्र को तोप से उड़ा दिया गया था, लेकिन उनके चेहरे पर शिकन नहीं थी। पीएम मोदी ने संकल्प लिया है कि हम गुमनाम शहीदों की यादों को पुनर्जीवित करेंगे। जो इतिहास लिखा गया है, उसमें इनका नाम नहीं है।
अमित शाह ने कहा कि कुछ लोग अलग-अलग काम से, अलग-अलग प्रयास से जनजातियों को अलग करने की कोशिश कर रहे हैं। हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे। सभी मिलकर काम करेंगे। मैंने जबलपुर में 16 दिन रहकर पढ़ा। एक कविता के लिए किसी को बांधकर उड़ा दिया जाता है। आज मेरा सौभाग्य है, जो मप्र सरकार ने शौर्य स्मारक बनाने का निर्णय किया है, उसका मेरे हाथों शिलान्यास हो रहा है।

जबलपुर के शहीद स्मारक पर भाजपा बूथ सदस्य कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा, ‘ भाजपा ऐसी पार्टी है, जिसने चाय बेचने वाले को भी प्रधानमंत्री बना दिया। मेरी भाजपा में पहली जिम्मेदारी बूथ स्तर से शुरू हुई, जहां से मैं भी बूथ पर पर्ची बांटने का काम करता था। भाजपा ने मुझे वहां से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जो कोई और पार्टी में नहीं हो सकता था। भाजपा में कोई चांदी की चम्मच लेकर पैदा नहीं होता। यहां मेहनत के बल पर ही आगे बढ़ने का अवसर मिलता है।’
शाह ने कहा कि जनजाति संग्रहालय देशभर में बनाए जाएंगे। इसमें आजादी के दौरान जिन्होंने शहादत दी है, उसमें शामिल किया जाएगा। उनका इतिहास रखा जाएगा। 200 करोड़ की लागत से देशभर में 9 संग्रहालय बनाए जाएंगे। मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा में संग्रहालय बनाया जाएगा।

कांग्रेस के समय आदिवासियों के लिए वार्षिक बजट 4200 करोड़ था, जिसे मोदी सरकार ने बढ़ाकर 7900 करोड़ कर दिया है। शाह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार चाहे केंद्र में हो या राज्य में, यह सरकार जनजातियों के लिए काम करती है। वनवासी भाइयों को घर दिया, बिजली पहुंचाई, शौचालय दिया। अब शुद्ध पीने का पानी दे रहे हैं। गृह मंत्री अमित शाह करीब 8 घंटे जबलपुर में रहेंगे। शाह एयरपोर्ट से सीधे गोंड राजा के माल गोदाम शहीद स्थल पहुंचे।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि पेसा एक्ट पूरे प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से लागू करेंगे। बता दें कि पेसा एक्ट अनुसूचित क्षेत्रों में विस्तार के लिए कानून 1996 में आया था। इस कानून को आदिवासी-बहुल क्षेत्र में ग्राम सभा को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से लाया गया था। इसके साथ ही छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय शंकर शाह के नाम पर होगा। बता दें आज गोंड राजा शंकर शाह और उनके बेटे कुंवर रघुनाथ शाह का 164वां बलिदान दिवस है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि आदिवासियों के लिए कई सौगातें दीं। आदिवासी क्षेत्रों में खाद्यान्न वितरण के लिए वाहन लगाए जाएंगे। यह वाहन आदिवासी परिवार के ही होंगे। इसका किराया 26 हजार रुपए तय किया जा रहा है। आदिवासी समाज के लोगों को वाहन खरीदने के लिए फाइनेंस सुविधा प्रदेश सरकार देगी। उन्होंने कहा कि एक काम भी कांग्रेस ने जनजातियों के हित में नहीं किया।

शिवराज ने कहा कि भाजपा सरकार ने ट्राइबल बेटा-बेटियों के लिए किराये से कमरा लेकर पढ़ने वालों का भी किराया भरने का निर्णय लिया। विदेश में पढ़ने वालों की पूरी फीस सरकार भर रही है। 15 नवंबर को आदिवासी जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। शिवराज की घोषणा के बाद अमित शाह ने कहा कि आज जो मध्यप्रदेश सरकार ने घोषणाएं की हैं, उसे पूरा करेगी। मुझे पता है जो शिवराज सिंह कहते हैं, उसे पूरा करते हैं।
शंकरशाह-रघुनाथ शाह के कैदखाने को 5 करोड़ की लागत से संग्रहालय बनाया जाएगा। एमपी में 15 नवंबर को बिरसा मुंडा के जन्मदिन पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। 18 सितंबर हर वर्ष शंकरशाह-रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस को सरकार भव्य तरीके से मनाएगी।
प्रदेश के स्थापना दिवस एक नवंबर से सभी 79 जनजातीय ब्लाकों में घर-घर राशन का वितरण किया जाएगा। इसकी पूरी व्यवस्था और वाहन का संचालन जनजातीय समाज के लोग ही करेंगे। सामुदायिक वन उपज प्रबंधन के अधिकार आदिवासी भाइयों को मिलेगा।
तेंदूपत्ते का काम वन समिति व ग्राम पंचायत को देंगे। वनोपज को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। सभी वन उपज की कीमत तय की जाएगी। वन उपज को प्रोसेसिंग करके बेचा जाएगा। सामुदायिक वन प्रबंधन समिति और ग्राम पंचायत ही पूरी व्यवस्था संभालेगी। ग्राम सभा को आत्मनिर्भर बनाने के प्लान पर काम करेंगे।
स्कूल छोड़ने वालों को जनजातीय युवकों को कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इंजीनियरिंग का प्रशिक्षण देकर उन्हें गांव से जुड़े कार्यों में दक्ष बनाया जाएगा। जनजातीय युवकों को पुलिस और फौज में जाने के लिए विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी। छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय का नाम राजा शंकरशाह किया जाएगा ।

गृहमंत्री अमित शाह ने वेटरनरी में उज्ज्वला-2.0 का शुभारंभ किया। इसके तहत पहले चरण में 18 सितंबर को 5 लाख को कनेक्शन दिए जाएंगे। कनेक्शन का लाभ परिवार की वयस्क एवं गरीब गृहस्थी से संबंध रखने वाली महिला को मिलेगी। प्रवासी मजदूरों को भी इसका लाभ मिलेगा। इसके लिए बैंक खाते होने जरूरी हैं। आधार न होने पर इसका भी पंजीयन कराया जाएगा। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह के मुताबिक प्रदेश में 9 लाख घरों में गैस कनेक्शन योजना के तहत दिए जाएंगे। इस दौरान रेनू गोंटिया, सबाना बेगम, सोनू बेग समेत पांच महिलाओं को गैस चूल्हा और कनेक्शन दिया गया।
गृहमंत्री ने कहा, ‘मुझे आज भी वे दिन याद है, जब मोदी जी ने कहा था मेरी सरकार गरीबों की सरकार है, गृहणियों के लिए है। आदिवासियों के लिए है। कांग्रेस ने आजादी के 70 साल तक गरीबों को काम देने का वादा किया। गरीबी दूरी करने करने की बात की, लेकिन गरीबों से छल होता रहा।’
“उज्ज्वला योजना” शुरू होने से पहले सिलेंडर सिर्फ अमीर और अफसरों के घरों में थे। गरीब माताओं को झोपड़ी में चूल्हा फूंकना पड़ता था। उनकी आयु कम हो जाती थी। नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री आए, जिन्होंने इसे दूर किया। देखते-देखते 9 करोड़ माताओं को गैस सिलेंडर “उज्ज्वला योजना” में मिले। माताओं के आशीर्वाद से फिर 2019 में हमारी सरकार आई। मध्यप्रदेश में पांच लाख माताओं को सिलेंडर मिल रहा है।’

रिपोर्ट – आर डी अवस्थी

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