राजधानी लखनऊ के नजदीकी जनपद बाराबंकी के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से समृद्ध धरा ने बहुत से महापुरुषों को जन्म दिया है ऐसे ही एक महापुरुष थे डॉ एसएस वर्मा जो गरीबों के मसीहा के रूप में मशहूर थे बाराबंकी के लोग आज भी उन्हें याद करते हैं।
निर्धन मरीजों का पूरा इलाज निशुल्क करते थे डॉ एसएस वर्मा:
जिले के वरिष्ठ साहित्यकार और पत्रकार हशमतुल्लाह साहब बताते हैं कि डॉ एसएस वर्मा बाराबंकी के फतेहपुर क्षेत्र के साडेमऊ क्षेत्र के निवासी थे वह मेडिकल की पढ़ाई करने के बाद बाराबंकी शहर में युवा अवस्था में ही आए और कई दशकों तक उन्होंने बाराबंकी जनपद की सेवा की। उनकी विशेषता यह थी कि वह गरीबों के प्रति बहुत संवेदनशील थे और जब भी कोई निर्धन मरीज उनके पास आ जाता था तो डॉक्टर साहब पैसों की कमी के लिए किसी को नहीं वापस करते थे और उस मरीज का पूरा इलाज अपनी देखरेख में करते थे और जरूरत पड़ने पर मरीजों को घर जाने के लिए किराया भी उपलब्ध करवा देते थे।
नेत्र चिकित्सक डॉक्टर विवेक सिंह वर्मा स्वर्गीय डॉक्टर एसएस वर्मा को मानते हैं प्रेरणा स्रोत:
बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी के रूप में नवाबगंज विधानसभा से जनता के बीच चर्चित जनपद के प्रख्यात नेत्र चिकित्सक और विजय लक्ष्मी आई हॉस्पिटल के संचालक डॉ विवेक सिंह वर्मा डॉ एसएस वर्मा की स्मृतियों की चर्चा करते हुए कहते हैं कि डॉ एसएस वर्मा ने हम जैसे बहुत से युवाओं को शिक्षिका चिकित्सा क्षेत्र में जाकर गरीबों की सेवा करने के लिए प्रेरित किया उनके व्यक्तित्व की ख्याति ने बहुत से युवाओं के हृदय में मानवता और राष्ट्र सेवा की अलख जगाई डॉ विवेक सिंह वर्मा के मुताबिक कोई भी चिकित्सक मानवता की सेवा का संकल्प लेकर ही चिकित्सक बनता है और डॉक्टर एसएस वर्मा का व्यक्तित्व हम जैसे बहुत से चिकित्सकों को के लिए प्रेरणादाई है जिन्होंने अपना पूरा जीवन मानवता की सेवा में अर्पित किया।
उनकी ही प्रेरणा से कम से कम खर्च में बाराबंकी के मरीजों को हम बेहतर नेत्र चिकित्सा देने का प्रयास कर रहे हैं और यदि कोई निर्धन मरीज अपनी समस्या बताता है तो बिना पैसे के भी हम उसे इलाज उपलब्ध कराते हैं।
आज भी बाराबंकी के लोग डॉ एसएस वर्मा को बहुत सम्मान के साथ याद करते हैं हालांकि अब उनके परिवार के अन्य सदस्य उनके पुत्र उनके पुत्र वधू चिकित्सा क्षेत्र में समाज की सेवा कर रहे हैं
द इंडियन ओपिनियन
बाराबंकी