पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी “जन अधिकार पार्टी” ने आरोप लगाया है कि स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मंत्री भारतीय संविधान के जनक बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के 65वें परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर जन अधिकार पार्टी के द्वारा आयोजित कार्यक्रमों को भारतीय जनता पार्टी सरकार अधिकारियों के द्वारा बाधित किया गया।
पार्टी के प्रवक्ता ने मीडिया को भेजे तस्वीरों और प्रेस नोट के माध्यम से बताया कि जन अधिकार पार्टी के तत्वाधान में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के मानवतावादी समतामूलक विचारों संविधान के आदर्शों को जन जन तक पहुंचाने के लिए आयोजित प्रदेश व्यापी संदेश यात्रा को भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन के लोगों ने कई जनपदों में बीच में ही बाधित किया गया, कार्यकर्ताओं को दबाव बनाकर यात्रा को रोक दिया गया और कहा गया कि डॉक्टर अंबेडकर के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए आयोजित इस यात्रा के लिए अनुमति नहीं ली गई है।
जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा ने कहां है कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने देश के लिए महान योगदान दिया और सभी वर्गों के दबे कुचले लोगों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया। स्वतंत्र भारत में उनकी स्मृति में आयोजित कार्यक्रमों में इस तरह की बाधा उत्पन्न करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने सरकार के इस रवैए पर रोष व्यक्त किया है और सरकार के इस आचरण को डॉक्टर अंबेडकर की भावनाओं के विपरीत और करोड़ों दलितों पिछड़ों का अपमान बताया है।
लखनऊ, द इंडियन ओपिनियन