लखनऊ के शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में एक छात्रा की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। छात्रा की आत्महत्या से आक्रोशित छात्रों ने विवि के बाहर मोहान रोड पर जाम लगाकर देर रात प्रदर्शन किया। छात्र वीसी को हटाने के लिए नारेबाजी कर रहे थे।
छात्रा का नाम अंजली यादव (26 साल) था। वह दिव्यांग थी। बीती रात खाने के लिए जब साथी छात्राएं अंजली यादव को बुलाने पहुंचीं तो कमरा अंदर से बंद था।इसके बाद साथी छात्रों को बुलाया गया और उनकी मदद से दरवाजा तोड़कर देखा तो अंजली यादव फंदे पर लटकी थी। साथी छात्रों का कहना था कि ये पता लगाया जाना चाहिए कि आखिर दिव्यांग लड़की ने सुसाइड क्यों किया?
स्टूडेंट्स का कहना था कि अंजलि समेत अन्य 40 स्टूडेंट का शुक्रवार को बीएड (एचआई) दूसरे सेमेस्टर का रिजल्ट आया था। अंजलि समते अन्य 15 की बैक थी। रिजल्ट आने के बाद से अंजलि अवसाद में थी। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना था कि दो साल पहले भी बीएड की दिव्यांग छात्रा ने खुदकुशी की थी, उसकी वजह आज तक नहीं पता चल सकी।
गोमती नगर के गौरी गांव निवासी श्रवणबाधित छात्रा अंजलि यादव (26) शकुंतला विवि के दिव्यांग गर्ल्स हॉस्टल के कमरा नंबर 212 में रहती थी। अंजिल की मौत से गुस्साए छात्रों ने मोहान रोड जाम कर दिया और विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
ब्यूरो रिपोर्ट ‘द इंडियन ओपिनियन’