पीलीभीत : समाजवादी पार्टी के नेता एवं सदस्य विधान परिषद पर दर्ज हुआ मुकद्दमा।

पीलीभीत में आयोजित पिछड़ा वर्ग सम्मेलन के दौरान योगी आदित्यनाथ के पिता को लेकर टिप्पणी करने वाले सपा नेता और विधान परिषद के सदस्य राजपाल कश्यप पर बीजेपी नेता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में पिछड़ों को साधने के लिए सामाजिक न्याय यात्रा निकालकर पिछड़ा वर्ग सम्मेलन का आयोजन कर रही है।
इसी क्रम में बुधवार को पीलीभीत में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन का आयोजन हुआ था। जिसमें समाजवादी पार्टी के पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष राजपाल कश्यप ने शिरकत की थी। कार्यक्रम के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के नेता राजपाल कश्यप ने योगी आदित्यनाथ के अब्बा जान वाले बयान पर पलटवार करते हुए योगी आदित्यनाथ के पिता को लेकर टिप्पणी की थी।
सम्मेलन के दौरान सपा नेता राजपाल कश्यप ने कहा था कि क्या किसी को पता है योगी आदित्यनाथ के पिता का नाम क्या है, गूगल पर सर्च कर लेने का हवाला देकर राजपाल कश्यप ने कहा था कि चुनावी शपथ पत्र में योगी आदित्यनाथ ने अपने पिता का नाम अवैद्यनाथ दिखाया है। इसके साथ ही विवादित बयान देते हुए सपा नेता ने कहा था कि जिसके पिता ही अवैध हों, वह किसी को कुछ भी कह सकता है।
इस पूरे मामले में पीलीभीत में भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री महादेव गायन की तहरीर पर जिले के सुनगढ़ी थाने में सपा नेता राजपाल कश्यप और जिला महामंत्री युसूफ कादरी पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पीलीभीत के एसपी दिनेश कुमार ने बताया कि बीजेपी नेता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
जनसभा को संबोधित करते हुए राज्यपाल कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और नेताओं को लाल टोपी वाला गुंडा कहते हैं। अगर छोटे बच्चों को भी योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव का फोटो थमा दिया जाए तो फोटो देखकर बच्चे बता देंगे कि गुंडा कौन है।
योगी आदित्यनाथ के पिता के नाम को लेकर विवादित बयान देने के बाद समाजवादी पार्टी के नेता राजपाल कश्यप ने कहा कि वह योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री पद से डरने वाले नहीं हैं। अगर उनके नेता मुलायम सिंह यादव के लिए गलत शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा, तो वह भी गलत बोलने से हर्ज नहीं करेंगे।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए सपा नेता राजपाल कश्यप ने भाजपा सरकार पर महंगाई, भ्रष्टाचार, विकास और भर्तियों को लेकर निशाना साधा। इसके साथ ही चिन्मयानंद के मामले को उठाते हुए कहा कि एक आरोपी जिसने छात्रा का भविष्य बिगाड़ दिया, उसके साथ सरकार सहजता का परिचय दे रही है। वहीं दूसरी ओर आजम खान जिन्होंने हजारों छात्र-छात्राओं का भविष्य बनाने के लिए यूनिवर्सिटी बनाई उन्हें परिवार समेत जेल में डाल दिया गया।

रिपोर्ट – आर डी अवस्थी

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