
पीएम मोदी ने आज “प्रधानमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन” का शुभारम्भ किया। इस योजना के तहत हर भारतीय को एक यूनिक डिजिटल हेल्थ आईडी दी जाएगी, इस हेल्थ कार्ड में आपकी हेल्थ का पूरा रिकॉर्ड होगा। पीएम मोदी ने सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मिशन की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन’ में हमारी स्वास्थ्य सुविधाओं में क्रांतिकारी बदलाव लाने की क्षमता है। बता दें कि प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त 2020 को नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन का ऐलान किया था। पायलट प्रोजेक्ट के तहत 6 केंद्र शासित प्रदेशों में ये योजना शुरू हुई थी जिसके तहत अब तक करीब 11 लाख से ज्यादा लोगों को डिजिटल हेल्थ आईडी दी जा चुकी है लेकिन आज से इसे पूरे देश में लागू किया गया।

प्रधानमंत्री डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत एक यूनिक डिजिटल हेल्थ कार्ड दिया जाएगा जिसमें आपकी सेहत का पूरा रिकॉर्ड होगा। डिजिटल हेल्थ कार्ड एक तरह का पहचान पत्र होगा जिसमें 14 अंकों का रैंडम तरीके से जनरेट किया गया एक नंबर होगा। बस आपको ये नंबर डॉक्टर को बताना होगा, डॉक्टर कहीं भी आपकी मेडिकल हिस्ट्री देख सकता है। कार्ड के बनने के बाद जांच के पर्चे संभालने की जरूरत नहीं रह जाएगी, सबकुछ ऑनलाइन होगा। हर मरीज का पूरा मेडिकल डेटा रखने के लिए अस्पताल, क्लीनिक और डॉक्टर्स को एक सेंट्रल सर्वर से जोड़ा गया है इसमें अस्पताल, क्लीनिक और डॉक्टर भी रजिस्टर होंगे। सिर्फ इतना ही नहीं इस हेल्थ कार्ड के जरिए आप घर बैठकर भी दवा मंगा सकते हैं।
वेब पोर्टल या गूगल प्लेस्टोर से NDHM हेल्थ रिकॉर्ड एप्लीकेशन डाउनलोड करना होगा और सेल्फ-रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। इसके बाद मोबाइल नंबर या आधार नंबर के साथ साथ नाम, जन्म तिथि, जेंडर, एड्रेस के कॉलम को भरना होगा। कुछ ही मिनटों की प्रोसेस के बाद आपका हेल्थ आईडी बन जाएगा। आपको बता दें कि हेल्थ आईडी आधार नंबर या मोबाइल नंबर से बन सकती है। बहुत जल्द PAN कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और दूसरे डॉक्यूमेंट्स से भी हेल्थ कार्ड बनाने की सुविधा दी जाएगी।
रिपोर्ट – आर डी अवस्थी