
हमारा देश एक कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था वाला भूभाग है। उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था भी कृषि पर ही आधारित हैं। गन्ना की खेती नगदी फसलों में सबसे बेहतर है। बलरामपुर जिला अपने गन्ने की खेती के लिए अलग पहचान रखता है। बलरामपुर जिले में लगभग 80% किसान गन्ने की खेती पर निर्भर है।
लॉन्च हुआ बलराम ऐप :-

इन गन्नों की पेराई के लिए बलरामपुर जिले में तीन चीनी मिलों की स्थापना की गई है, जिनके माध्यम से 6 लाख से अधिक परिवार परोक्ष या अपरोक्ष तौर पर लाभान्वित हो रहे हैं। गन्ना किसानों की विभिन्न समस्याओं को दूर करने के लिए बलरामपुर चीनी मिल समूह ने बलराम ऐप लांच करके किसानों को घर बैठे गन्ना से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध कराने का प्रयास किया है।
सीडीओ ने किया शुभारंभ :-
बलराम ऐप का इनर्वेशन बलरामपुर चीनी मिल समूह के प्रबंध निदेशक विवेक सरावगी तथा सह प्रबंध निदेशक अवंतिका सरावगी ने वर्चुवली समूह के सभी 10 चीनी मिलों में एक साथ किया। बलरामपुर में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी रिया केजरीवाल ने फीता काटकर बलराम ऐप का शुभारंभ किया।
गन्ना बुवाई संबंधित जानकारी मिलेगी :-
बीसीएम के अधिसाशी अध्यक्ष प्रवीण गुप्ता तथा गन्ना महाप्रबंधक श्याम सिंह ने बताया कि बलरामपुर चीनी मिल समूह द्वारा तैयार किए गए बलराम ऐप के माध्यम से गन्ना बुवाई के लिए खेत तैयारी से लेकर गन्ना बिक्री के बाद भुगतान से संबंधित सभी जानकारी ऐप के माध्यम से उपलब्ध होगी।
गन्ने की खेती के बारे में मिलेगी जानकारी :-
चीनी मिल के उच्च अधिकारियों ने बताया कि गन्ना किसान अपने गन्ने से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए अपना सवाल ऐप के माध्यम से भेजेंगे जिसका जवाब कुछ ही मिनटों में उनके ऐप पर विशेषज्ञों द्वारा उपलब्ध करा दिया जाएगा।
किसानों का मिलेगा रिवार्ड पॉइंट :-
उन्होंने जिले के उन तमाम गन्ना किसानो से अपील किया कि वह प्ले स्टोर के माध्यम से बलराम ऐप अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड कर ले और उसके माध्यम से अपने गन्ने से संबंधित सभी जानकारी समय समय पर प्राप्त करते रहें। ऐप को प्रयोग करने वाले किसान को रिवॉर्ड के रूप में पॉइंट भी दिए जाएंगे, जिनका लाभ उन्हे कृषि यंत्रों या दवाओं की खरीद पर छूट के रूप में प्राप्त होगा।
सीडीओ ने युवा किसानों कब लिए बताया बेहतर मौका :-
मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी रिया केजरीवाल ने बलराम ऐप को काफी लाभकारी बताते हुए कहा कि इस ऐप के लांच होने से डिजिटल इंडिया को बढ़ावा मिलेगा और नई पीढ़ी भी खेती किसानी की ओर आकर्षित होगी। किसानों ने कार्यक्रम में मौजूद तमाम किसानों ने भी बलराम आए हो लाभकारी बताया है।
रिपोर्ट – योगेंद्र विश्वनाथ, बलरामपुर