
उत्तर प्रदेश मेआने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां अभी से शुरू हो गई हैं। सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हैं। विधानसभा में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी भी चुनाव में भाजपा को टक्कर देने के लिए नेताओं को अपनी ओर आकर्षित करने में लगी है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव पहले ही कह चुके हैं कि पार्टी के दरवाजे सबके लिए खुले हैं, जो आना चाहे आ सकता है। लगातार सीएम योगी के शासन को लेकर भी लगातार हमलावर हैं। सपा में बीते दिनों दूसरे दलों के नेताओं ने भी एंट्री की। ऐसे में अपनी पार्टियों से रुठे नेता टिकट की चाह में दूसरे दलों में पैठ बना रह हैं।
इस बीच बसपा से निष्काषित हुए दो विधायकों ने लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर अखिलेश यादव से मुलाकात की,

इस मुलाकात के बाद सियासी हलकों में उनके सपा में शामिल होने का अंदेशा लगाया जा रहा है।
पूर्व में विधानमंडल दल के नेता रह चुके लालजी वर्मा और बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर ने शुक्रवार को अखिलेश से मुलाकात की। सूत्रों की माने तो दोनों नेता अगले महीने सपा ज्वाइन कर सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक, अक्टूबर में अंबेडकर नगर में बड़ी जनसभा में अखिलेश यादव दोनों नेताओं को पार्टी में शामिल कराएंगे। दोनों नेताओं के साथ मुलाकात की एक तस्वीर अखिलेश यादव ने ट्वीट की है। हालांकि, अखिलेश यादव ने इसे शिष्टाचार मुलाकात करार दिया है। आगे उन्होंने बताया कि श्री लालजी वर्मा जी और श्री राम अचल राजभर जी से आज शिष्टाचार भेंट की।
बता दें कि कुछ महीने पहले बसपा ने अपने दोनों दिग्गज नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था। यूपी में हुए पंचायत चुनाव के दौरान दोनों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगा था। इससे पहले भी बसपा के कई नेता सपा में शामिल हो चुके हैं। आने वाले चुनाव में सभी पार्टियां अपना मुकाबला बीजेपी से मानकर चल रही हैं।
रिपोर्ट – आर डी अवस्थी