जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा के निर्देश पर उनकी पार्टी के कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश की सभी 403 विधानसभाओं में डॉक्टर अंबेडकर के सिद्धांतों को जन जन तक पहुंचाने के अभियान में जुटे हैं ।
बीते 6 दिसंबर को बाबा साहब के परिनिर्वाण दिवस को पूरे प्रदेश के सभी 75 जनपदों में मोटरसाइकिल रैली निकालकर जागरूकता अभियान चलाया गया था और संविधान निर्माता डॉ अंबेडकर को श्रद्धांजलि देने के बाद उनके परिनिर्वाण दिवस के मौके पर लोगों को उनके सिद्धांतों से अवगत कराया गया था । इसके पश्चात जन अधिकार पार्टी के द्वारा झांसी शहर में हजारों मोटरसाइकिल के साथ एक बड़ी रैली निकालकर अपने मजबूत संगठन का परिचय देते हुए विधानसभा 2022 के लिए जनता के बीच एक प्रबल संदेश दिया गया ।
जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा कहते हैं कि “डॉ आंबेडकर न सिर्फ़ भारतीय संविधान के निर्माता और देश के प्रथम कानून मंत्री थे बल्कि वह एक महान समाज सुधारक थे । जिन्होंने पहली बार देश में सभी वर्गों के लोगों के हित में समतामूलक समाज की स्थापना पर जोर दिया। डॉ अंबेडकर चाहते थे कि सभी जाति धर्म के लोगों को मान सम्मान और अधिकार सुनिश्चित हो उन्होंने महिलाओं के भी अधिकारों और उनकी मान प्रतिष्ठा के लिए संघर्ष किया । वर्तमान समय में जबकि लोकतंत्र और संविधान पर खतरा मंडरा रहा है भारतीय संविधान की रक्षा के लिए डॉक्टर अंबेडकर के सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाना आवश्यक है। इसी के क्रम में जन अधिकार पार्टी ने यह फैसला लिया है कि उसके कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश के सभी 403 विधानसभाओं में डॉक्टर अंबेडकर संदेश यात्रा के माध्यम से प्रदेश के करोड़ों लोगों को जागरूक करेंगे और 2022 के विधानसभा चुनाव में जनता को मताधिकार के बेहतर इस्तेमाल के लिए भी प्रशिक्षित करें”।
उन्होंने यह भी दोहराया कि उत्तर प्रदेश के 300 से अधिक सीटों पर जन अधिकार पार्टी मजबूती से चुनाव लड़ने जा रही है।
“जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी” के सिद्धान्त पर काम कर रही जन अधिकार पार्टी ने प्रदेश के कई जनपदों में “दलित पिछड़ा मुस्लिम भाईचारा” सम्मेलनों का आयोजन करके उत्तर प्रदेश की राजनीति में खलबली मचा दी है।
द इंडियन ओपिनियन
लखनऊ