
बाराबंकी:समाजसेवी अधिवक्ता रितेश कुमार मिश्र ने संपूर्ण भारत मे फैले/लगतार बढ रहे कोरोना वायरस महामारी के कारण अधिवक्ताओ, अधिकारियों, नेताओ सहित आमजनता के कई लाख लोग बीमार होकर होम कोरन्टीन या अस्पतालों में भर्ती हो गए है तथा कई लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है, तथा कई लोग इसी कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण मरणासन्न स्थिति मे है, ऐसी स्थितियों को देखते हुए इस सम्बन्ध मे महामहिम राष्ट्रपति महोदय, भारत सरकार को जरिये रजिस्टर्ड डाक जनहित-पत्र देते हुए द्वारा अविलम्ब आवश्यक दिशा-निर्देश भारत सरकार को निर्गत करने की मांग की ताकि आम जनमानस की जान की रक्षा हो सके और कोरोना (वैश्विक) महामारी पर अंकुश लगाया जा सके।

जैसा कि सर्वविदित है कि ये कोरोना वायरस संक्रमण बहुत ही खतरनाक वायरस है जिसके कारण वर्तमान समय मे कई प्रदेशों में सम्पूर्ण लॉकडाउन लागू है तथा कई प्रदेशों में रात्रि का लॉकडाउन लगा हुआ है व स्कूल व कोचिंग सम्पूर्ण रूप से बंद कर दिये गए है ऐसे वैश्विक महामारी के कारण उत्पन्न विषम परिस्थितियो व नाजुक हालात के दौर मे भी उत्तर प्रदेश सरकार शाही स्नान करवाकर आमजन की जान जोखिम मे डालकर अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि को मजबूत करने में लगी है, यही नही भारत देश के कई प्रदेशों में कहीं विधानसभा चुनाव तो कही पंचायत चुनाव चल रहे है, जिसके चलते चुनावी सभाएं हो रही है, जो कोरोना वायरस को बढावा देती है, जिस पर सरकारे मौन है और चुनाव करवाने में तेजी दिखाते हुए अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने मे लगे हुए है, जिससे भारत देश के प्रदेशो में कोरोना वायरस संक्रमण बहुत ही तेजी फैलाने में सरकारों की भूमिका भी कम नही है, जिससे प्रतीत होता है कि राजनीति के आगे जनता की जान का कोई मूल्य नहीं है, अगर ऐसा ही रहा तो देश के घर-घर मे कोरोना वायरस संक्रमण अपना पांव फैलायेगा और पूरा देश शमशान बन जायेगा ऐसी परिस्तिथियों को देखते हुए प्रदेशो में हो रहे चुनाव तत्काल बन्द करवाये जाने व साप्ताहिक बंदी के दिनों में हॉट, चैराहों व मोहल्लों का सेनेटाइजेशन करवाये जाने सम्बन्धी दिशा-निर्देश अविलम्ब जारी किया जाना देश की जनता के हितो मे सर्वोपरि है।
रिपोर्ट- नितेश मिश्रा