
*अभाविप ने जिले में कई जगह आयोजित किये कार्यक्रम।
बाराबंकी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के तत्वाधान में जिले में कई जगह बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की पुण्य तिथि समाजिक समरसता दिवस के रूप में मनाई।सत्यप्रेमी नगर स्थित वारिस चिल्ड्रेन्स एकेडेमी इंटर कॉलेज में बतौर मुख्य वक्ता बोलते हुए अभाविप के प्रांतीय कोषाध्यक्ष संजय बाजपेई ने कहा कि बाबा साहब ने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों (दलितों) से समाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया। श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों का भी समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर के सपनों के भारत का निर्माण तभी संभव है जब हमारे और आपके जैसे युवा समाज में जात-पांत, ऊंच-नीच, अमीरी-गरीबी के दूरी को समाप्त करने में भुमिका निभाएंगे।
प्रबन्धक विजय आनंद बाजपेई ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि डॉ आंबेडकर सच्चे राष्ट्रभक्त थे।उन्होने शोषितों और वंचितों के लिए शिक्षित बनो, संगठित रहो, अधिकारों के लिए संघर्ष करो का नारा देकर देश में दलितों के सामाजिक उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।विभाग संगठन मंत्री अनुज श्रीवास्तव ने विद्यार्थी परिषद की कार्यप्रणाली पर विस्तृत प्रकाश डाला। इसके पूर्व बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन करके कार्यक्रम की शुरुआत हुई।नगर विस्तारक अमन वर्मा ने सभी का आभार ज्ञापित किया।सन्चालन आदित्य यादव ने किया।
अभाविप की रामसनेहीघाट ,फतेहपुर, बदोसराय,हैदरगढ़, रामनगर,निन्दुरा सहित 17 इकाईयों ने सामाजिक समरसता दिवस मनाकर बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की।इस अवसर पर आरके सोनी,रघुवर दयाल द्विवेदी,कुमुदेश पाठक,विभु पाठक,कौस्तुकेय चतुर्वेदी,महेश मौर्य सहित संगठन के कार्यकर्ता एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।