जनपद बाराबंकी के सतरिख थाना क्षेत्र के शरीफाबाद गांव के प्रतिष्ठित बाजपेई परिवार मे जन्मे फ्लाइट लेफ्टिनेंट शंकर दयाल बाजपेई ने युवावस्था में ही मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया था। भारत-पाकिस्तान सीमा पर लड़ाकू विमान से निगरानी करते हुए श्री बाजपेई ने देश की रक्षा के दौरान अपने प्राणों का उत्सर्ग कर दिया था।
फ्लाइट लेफ्टिनेंट शंकर दयाल बाजपेई का जन्म 25 जनवरी 1960 को बाराबंकी जनपद के शरीफाबाद ग्राम में हुआ पंडित श्याम लाल बाजपेई जी के घर हुआ आप बाजपेई जी के बड़े पुत्र थे भारतीय वायु सेना में आप कमीशन प्राप्त कर के देश की वायु सीमा की रक्षा करते हुए 10 दिसंबर 1987 को गुजरात के नालिया बॉर्डर पर वीरगति को प्राप्त हो गये।
बाराबंकी शहर में सोल्जर बोर्ड कार्यालय देवा तिराहे के निकट फ्लाइट लेफ्टिनेंट स्वर्गीय शंकर दयाल बाजपेई की प्रतिमा स्थापित है।
जहां पर हर साल उनकी याद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन होता है आज भी युवा समाजसेवी रोहिताश दीक्षित की अगुवाई में बड़ी संख्या में जिले भर के लोगों ने एकत्रित होकर देश के महान योद्धा को नमन किया।
द इंडियन ओपिनियन
बाराबंकी