
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर भारतीयों के बीच नफरत फैलाते पेज और अलग-अलग नामों से संचालित आईडी अक्सर दिखाई पड़ती है।
बड़ी संख्या में नाम बदलकर फेक आईडी के जरिए संचालित ऐसे सोशल मीडिया अकाउंट भारतीयों को खुलेआम गुमराह कर रहे हैं। कहीं खुलेआम हिन्दुओं के बीच जातीय नफरत फैलाने वाले संदेश हजारों लोगों के बीच भेजे जा रहे हैं तो कहीं हिंदू और मुसलमानों के बीच झगड़ा कराने की कोशिश की जा रही है ।
किसान आंदोलन के बहाने देश में हिंसा और अराजकता फैलाना भी सोशल मीडिया पर सक्रिय देश विरोधी तत्वों का इस समय प्रमुख काम बन गया है।
इसके अलावा सिख समुदाय को भी देश की मुख्यधारा के विपरीत गुमराह करना उन्हें हिंसा और सरकार के खिलाफ रोड जाम और अराजकता जैसी गतिविधियों के लिए उकसाने का अभियान चल रहा है।
संविधान में प्रदत्त शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक विरोध के विपरीत लोगों को नफरत और हिंसा के रास्ते पर धकेलना की मुहिम फेसबुक के अलग-अलग पेज पर और बहुत सारे ट्विटर अकाउंट पर आसानी से देखी जा सकती है।

सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक इन सारे भारत विरोधी कार्यों के लिए सोशल मीडिया पर 300 से भी ज्यादा अकाउंट सक्रिय हैं इनमें से ज्यादातर पाकिस्तान से संचालित है और बहुत से भारत में ही संचालित किए जा रहे हैं लेकिन इनकी हैंडलिंग पाकिस्तानी एजेंटों और उनके नेटवर्क से की जा रही है।
आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों ने ऐसे 308 संदिग्ध सोशल मीडिया अकाउंट का पता लगाया है जिनके जरिए भारत में असंतोष नफरत और हिंसा फैलाने का एजेंडा चलाया जा रहा है।
पाकिस्तानी एजेंसियों से संचालित यह अकाउंट फेसबुक और ट्विटर जैसे माध्यमों पर भारत के लोगों को कंफ्यूज करके झूठी और संदिग्ध जानकारियां देकर उन्हें आपस में लड़ाने के एजेंडे पर काम कर रहे हैं इसके लिए पाकिस्तानी एजेंसियां करोड़ों रुपए भी खर्च कर रही हैं जिससे भारत अपनी समस्याओं में उलझा रहे और देश में गृह युद्ध जैसा माहौल बन जाए।
पाकिस्तानी एजेंसियां भारत में ऐसा माहौल बनाना चाहती हैं जिससे भारत की अर्थव्यवस्था चौपट हो जाए और उसकी सैन्य शक्ति भी कमजोर हो जाए।
खुफिया इनपुट के आधार पर दिल्ली पुलिस ने ऐसे 308 अकाउंट पर निगाहें लगाई हैं और इन से जुड़े हुए लोगों के खिलाफ सबूत इकट्ठा करके उनके गिरफ्तारी की भी तैयारी की जा रही है!
ब्यूरो लखनऊ