प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आज हेलीकाप्टर से महराजगंज पुलिस लाइन में बने हेलीपैड पर 10:20 बजे पहुंची। केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी व सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर डीएम सत्येन्द्र कुमार व एसपी प्रदीप गुप्ता मौजूद रहे। पुलिस लाइन में राज्यपाल को गार्ड आफ ऑनर दिया गया। इसके बाद राज्यपाल वाहन से जिला कारागार पहुंची।
जिला कारागार में भी राज्यपाल का स्वागत हुआ। वहां उन्होंने कम्प्यूटर कक्ष का उद्घाटन और बुजुर्ग कैदियों मे कंबल वितरण किया। इस दौरान राज्यपाल ने महिला बंदियों से भी संवाद किया। सैनिटरी वेंडिंग मशीन एवं इंसुलेटर का भी शुभारंभ किया। इसके बाद राज्यपाल का काफिला कलक्ट्रेट के लिए रवाना हुआ। जिला मुख्यालय पर पहुंची राज्यपाल ने महिला समुह द्वारा तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी में हिस्सा लिया और
ओडीओपी और एफपीओ के प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
इस दौरान स्वयंसेवी संस्थाओं में चेक वितरण किया। यहां से जिला अस्पताल पहुंच कर रोगियों में फल वितरण के साथ ए. ई./ जे.ई.एस. वार्ड का जायजा लिया। इसके बाद लक्ष्मी लॉन में आयोजित अन्नप्राशन व गोद भराई कार्यक्रम में शामिल हुई । यहां महामहिम राज्यपाल द्वारा जिले के 21 आंगनवाड़ी केंद्रों को सुविधा संपन्न बनाने हेतु प्री स्कूल कीट का भी वितरण किया गया।
राज्यपाल ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित किया, इस दौरान आनंदीबेन पटेल आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अध्यापक की तरह समझाते हुए दिखीं। छोटे बच्चों को किस तरह समझाया जाए, राज्यपाल ने इस विषय पर खुलकर अपनी बात रखी उन्होंने बताया कि बच्चों की सिलेट पर हम कैसे लिखें ताकि बच्चे उसे जल्दी से और आसानी से सीख पाए।
आनंदीबेन पटेल ने अपने संबोधन के दौरान एक वाकया साझा किया, उन्होंने कहा कि जब वह गुजरात सरकार में मंत्री थीं, तो वह 1 महीने की ट्रेनिंग पर गई थी। उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग से घबराना नहीं चाहिए यहां से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा, जब हम एक बच्चे को पढ़ा रहे होंगे उसके लिए ट्रेनिंग जरूरी होगी। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंच से कहा हमें बच्चों को अलग तरीके से शिक्षित करना होगा।
रिपोर्ट – कार्तिकेय पांडेय, महराजगंज