यूपी में हुई ब्राह्मणों की अनदेखी, सतीश चंद्र मिश्रा ने सपा और भाजपा पर लगाए ये आरोप।

उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापसी की लगातार कोशिश कर रही बहुजन समाज पार्टी एक बार फिर ब्राह्मणों के सहारे चुनावी नैया पार करने की जद्दोजहद में जुट गई है। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों की अनदेखी का आरोप लगाया है और कहा है कि राज्य में ब्राह्मणों के साथ अत्याचार हो रहा है, इसलिए हम ब्राह्मणों का मुद्दा उठा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यूपी की सत्ता में बीएसपी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी।
‘तिलक तराजू और तलवार, इनको मारो जूते चार’ वाले नारे पर सतीश मिश्रा ने सफाई दी और कहा कि ऐसा नारा बीएसपी ने कभी भी नहीं दिया। विपक्ष के लोग ऐसा नारा लगा रहे हैं और बदनाम कर रहे हैं। उनके खिलाफ ब्राह्मण समाज मुकदमा दर्ज कराएगा।

सतीश चंद्र मिश्रा ने सपा और भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन दोनों पार्टियों के शासन में ब्राह्मणों पर सिर्फ और सिर्फ अत्याचार हुए हैं। उन्होंने कहा कि अब सपा को भगवान परशुराम की याद आ रही है।
गठबंधन के सवाल पर सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि यूपी चुनाव में बहुजन समाज पार्टी किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि बीएसपी किसी की B टीम नहीं है, बीएसपी A टीम है।
सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि बिकरू कांड में आरोपी बनाई गई खुशी दुबे की रिहाई की लड़ाई बसपा लड़ेगी। इस बेटी के साथ अत्याचार हो रहा है। बता दें कि खुशी कुख्यात विकास दुबे के भतीजे अमर की पत्नी है। उन्होंने कहा कि विकास दुबे के परिवार से चुनाव का टिकट देने की कोई बात नहीं है, हम टिकट नहीं देंगे।
मायावती के भतीजे आकाश की राजनीतिक सक्रियता और बीएसपी में फैसले लेने वाले सवाल पर कहा कि आकाश राजनीतिक तौर पर सक्रिय हैं। उन्हें बीएसपी का नेशनल कॉर्डिनेटर बनाया गया है। युवाओं पर आकाश काम कर रहे हैं। चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि अभी तय नहीं है, लेकिन आकाश बहुत सक्रिय हैं।

रामलला की नगरी अयोध्या से शुरू हुआ बहुजन समाज पार्टी का प्रबुद्धजन सम्मेलन विधानसभा चुनाव में कोई गुल खिलाने की कोशिश में है। राम अयोध्या से वनवास पर जाने के लिए प्रयाग की भूमि आए थे और बसपा अपना वनवास खत्म करने के इरादे से अयोध्या के रास्ते प्रयागराज आई है। यहां पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्र का अब तक का सबसे लंबा प्रवास दूसरे दलों में हलचल पैदा करने लगा है। सजातीय बंधुओं से नाराजगी खत्म कर एकजुट होने की अपील करने आए सतीश चंद्र मिश्र की कामयाबी पर फिलहाल अंधेरा कायम है।
बसपा के महासचिव सतीश चंद्र मिश्र तीन दिनों तक सर्किट हाउस में प्रवास पर रहे। यहीं से उन्होंने सैदाबाद, सिविल लाइंस, इसके बाद प्रतापगढ़ और फिर रायबरेली जाकर प्रबुद्धजन को संबोधित किया। सर्किट हाउस में भी उन्होंने नगर और दूरदराज से आए सजातीय बंधुओं से योगदान मांगा। दैनिक जागरण से बातचीत में सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि प्रदेश में ब्राह्मण वर्ग पर अत्याचार हो रहा है। भाजपा सरकार से कोई खुश नहीं है। किसी को नौकरी नहीं मिली, किसी पर दबंगों ने हमले किए, कहीं बड़े-बड़े ठेकेदारों ने जमीन छीन ली तो कहीं युवाओं के कत्ल हुए। कुछ यही दशा दलित समुदाय के लोगों की भी रही।
सतीश चंद्र मिश्र ने अपने प्रवास के दौरान मिलने आए लोगों से कहा कि वह बसपा नहीं बल्कि अपने लिए एकजुट होकर लड़ाई लड़ें। लेकिन, इतना जरूर कहेंगे कि बसपा में ही उनका सम्मान सुरक्षित रह सकता है। इसलिए सुश्री मायावती के हाथ को मजबूत करें।
बसपा के प्रबुद्धजन सम्मेलन से लहर जैसी अभी कोई स्थिति नहीं देखने को मिल रही है लेकिन, दूसरे राजनीतिक दल भी सक्रिय हो चुके हैं। सुगबुगाहट तेज है कि सतीश चंद्र मिश्र ने प्रयागराज में तीन दिन रुककर चुनावी गोट बिछा दी है और सिपहसलारों से प्रत्याशियों के प्रस्ताव भी मांगे हैं।

रिपोर्ट – आर डी अवस्थी

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