
स्वर्गीय रामचंद्र बख्श सिंह बाराबंकी जनपद के एक ऐसे महापुरुष थे जिन्होंने राजनीति में सेवा नीति और इमानदारी की सिर्फ बातें ही नहीं की बल्कि उन्हें वास्तविक जीवन में लागू करके दिखाया ।
चार बार विधायक होने के बाद भी परिवार के लिए एक मकान और व्यवसाय नहीं स्थापित कर पाए:
तीन बार सदस्य विधान सभा और एक बार सदस्य विधान परिषद रहने के बावजूद उन्होंने अपने और अपने परिवार के लिए धन और संपत्ति अर्जित करने के बारे में कभी सोचा ही नहीं उनका पूरा जीवन जनता के हितों के लिए समर्पित था और वह बिना भेदभाव सभी वर्गों के लोगों की सहायता के लिए पूरा जोर लगाते थे।
तीन दशकों तक बाराबंकी की राजनीति में छाए रहे स्वर्गीय रामचंद्र:

स्वर्गीय रामचंद्र बक्श सिंह 1974 से 1998 के बीच तीन बार सदस्य विधान सभा और एक बार सदस्य विधान परिषद निर्वाचित हुए इसके बावजूद उन्होंने अपने परिवार और अपने सगे संबंधियों के लिए धन संपदा अर्जित करने का काम नहीं किया बल्कि राजनीति के माध्यम से राष्ट्र सेवा के रास्ते पर चलते हुए जन सेवा में इस हद तक लगे रहे कि अपनी पैतृक संपत्ति भी उन्होंने समाज हित के लिए कुर्बान कर दी।
बसपा नेता डॉ विवेक स्वर्गीय रामचंद्र बक्श सिंह को मानते हैं प्रेरणा स्रोत
आज भी जनपद बाराबंकी में दिग्गज नेता स्वर्गीय रामचंद्र बक्श सिंह की प्रतिष्ठा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दूसरे दलों से जुड़े नेता भी उनका हृदय से सम्मान करते हैं। बहुजन समाज पार्टी के नेता और नवाबगंज विधानसभा के प्रभारी डॉ विवेक सिंह वर्मा तो स्वर्गीय रामचंद्र भगत सिंह को अपना प्रेरणा स्रोत मानते हैं उनके मुताबिक लंबे समय तक नेत्र चिकित्सा के क्षेत्र में जनता की सेवा करने के दौरान भी स्वर्गीय रामचंद्र बख्श सिंह उनके प्रेरणास्रोत रहे और उन्हीं की राजनीतिक कार्यशैली से प्रभावित होकर डॉक्टर विवेक सिंह वर्मा ने राजनीति में पहला कदम रखा और उन्हीं के पद चिन्हों पर चलने का प्रयास करेंगे जिसे हमेशा गरीबों और कमजोर को प्राथमिकता में रखा जाए और राजनीति को जनसेवा का माध्यम बनाया जाए ।
परिवार के लिए संपत्ति कमाने पर कभी नहीं दिया ध्यान बल्कि पुश्तैनी संपत्ति भी बिक गई:
चार बार विधायक रहने के बावजूद स्वर्गीय रामचंद्र बक्श सिंह ने अपने परिवार को धन संपत्ति नहीं अच्छा व्यवहार और संस्कार दिए जिसके दम पर आज भी उनके परिवार का नाम है

उनके एक बेटे अजय सिंह वर्मा उर्फ बबलू समाजवादी पार्टी में वरिष्ठ नेता है बाराबंकी में समाजवादी पार्टी के समर्पित और गंभीर नेताओं में उनकी गिनती होती है । अजय सिंह बबलू बताते हैं कि उनके पिताजी तीन बार विधायक और एक बार एमएलसी रहे इसके बावजूद पिताजी ने ना तो लखनऊ में कोई मकान बनाया ना हीं बाराबंकी में बल्कि जो संपत्ति पहले से थी वह भी कम हुई क्योंकि राजनीति के खर्चों के लिए उन्होंने अपनी ही संपत्ति को बेच कर धन की व्यवस्था की । शहर के प्रबुद्ध लोगों व्यापारियों और जनता से कभी पैसे नहीं मांगे इतना ही नहीं राजनीति में भी कभी कमाई के बारे में उन्होंने सोचा ही नहीं इसी वजह से आज भी लोग उनका सम्मान करते हैं।
बाराबंकी
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