रायबरेली पहुंची कांग्रेस महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी।

कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार को रायबरेली पहुंचीं। वह यहां दो दिन रहेंगी। प्रियंका रायबरेली के रास्ते में चुरवा हनुमान मंदिर पहुंचीं और माथा टेककर जीत का आशीर्वाद लिया। कांग्रेस महासचिव यहां कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगी और पदाधिकारियों संग बैठक करेंगी।
बता दें, रायबरेली आने वाले सभी बड़े नेता चुरवा हनुमान मंदिर में पहुंचकर जीत का आशीर्वाद लेते हैं। रविवार को प्रियंका गांधी भी हनुमान मंदिर पहुंचीं। पुजारी अनूप अवस्थी ने उन्हें पूजा करवाई और जीत का आशीर्वाद भी दिया। पुजारी ने प्रियंका से कहा कि अब उत्तर प्रदेश को आपकी जरूरत है। पुजारी ने कहा कि संगठन मजबूत करना है और चुनाव में जीत हासिल करनी है तो रायबरेली में आपको रहना पड़ेगा। प्रियंका ने पुजारी से वादा किया कि मैं अधिक से अधिक रायबरेली आने की कोशिश करूंगी। प्रियंका गांधी ने पुजारी को दक्षिणा भी दी।


अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी यूपी के दौरे पर हैं। लखनऊ में मैराथन बैठक के दौरान प्रियंका ने संगठन निर्माण पर जोर दिया। प्रियंका ने समीक्षा बैठक में कहा था कि टिकट बंटवारे में संगठन और पदाधिकारियों की राय महत्‍वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि सिर्फ कांग्रेस के लिए ही नहीं वरन राष्ट्र निर्माण के लिए भी एक मजबूत संगठन की जरूरत है।
कांग्रेस मुख्‍यालय के शनिवार को जारी बयान के मुताबिक, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों में जुटी कांग्रेस ने चुनाव लड़ने के इच्छुक पार्टी कार्यकर्ताओं से आवेदन मांगे हैं। कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रवक्‍ता उमाशंकर पांडेय ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि चुनाव लड़ने के इच्छुक कार्यकर्ता अपना आवेदन प्रदेश या जिला मुख्यालय पर 26 सितंबर, 2021 तक जमा कर सकते हैं।


उत्तर प्रदेश में कांग्रेस विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा दांव खेलने वाली है। सूत्रों का दावा है कि प्रियंका गांधी तीन दशक के सियासी सूखे को खत्म करने के लिए संगठन का पुनर्गठन करने वाली हैं। इसके लिए उन्होंने महाराष्ट्र मॉडल को यूपी में अपनाने का प्लान बनाया है। आठ माह पहले महाराष्ट्र में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के अलावा 6 कार्यकारी अध्यक्ष बनाए थे, उसी तर्ज पर यूपी में 4 कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने की तैयारी है।
खबर यह भी है कि पार्टी में एक धड़ा वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू से नाराज है। चुनावी साल में प्रियंका पार्टी के अंदर गुटबाजी का खतरा नहीं मोल लेना चाहती है, ऐसे में पार्टी के असंतुष्ट नेताओं और जातीय समीकरण को साधने के लिए यह फार्मूला अपना सकती है।
वहीं, कांग्रेस प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों पर जोर न देकर महज 100 सीटों पर जीतने के लिए पूरा जोर लगाएगी, ताकि वह गठबंधन के लिए अन्य पार्टियों की जरूरत बन सके।

2017 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सात विधायक ही चुने गए थे। पार्टी इस बार इस विधानसभा चुनाव में सम्मान की लड़ाई लड़ने जा रही है। इस बार दांव पर प्रियंका गांधी का चेहरा है, लिहाजा कांग्रेस हर कीमत पर बड़ी जीत चाहती है। पार्टी सूत्रों की मानें तो इस बार प्रियंका गांधी यूपी का जो प्लान लेकर आई हैं, उसमें एक और अहम बात है।
प्रियंका इस बार पूरे यूपी के बजाय 100 सीटों पर फोकस करेंगी। कांग्रेस का यूपी में किसी दल से गठबंधन नहीं हो पाता है तो फिर पार्टी अकेले दम पर चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। पार्टी सूत्रों का दावा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी 100 सीटों के लिए ही जिताऊ उम्मीदवार तलाश रही हैं। सूत्रों की मानें तो प्रियंका गांधी इन्ही 100 सीटों पर सारा जोर लगाएंगी। यह इसलिए है कि कांग्रेस को यदि 80 से 100 सीट मिल जाती है तो उसके बिना यूपी में सरकार नहीं बनेगी।
लखनऊ में प्रियंका गांधी ने शनिवार को पार्टी पदाधिकारियों के साथ लंबी बैठक की। खबर है कि इस बैठक में तय हुआ कि कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के चयन की पारदर्शी व्यवस्था बनाएगी। इसके लिए पार्टी ने तय किया है कि वो कांग्रेस का टिकट चाहने वाले उम्मीदवारों से टिकट के लिए उम्मीदवारों से आवेदन मांगे हैं। विधानसभा टिकट के लिए 11 सितंबर से 25 सितंबर तक आवेदन भरे जाएंगे। ये आवेदन पत्र जिला मुख्यालय और पीसीसी पर जमा होंगे। पार्टी जल्द ही आवेदन मंगाकर प्रत्याशियों पर विचार करेगी।

रिपोर्ट – आर डी अवस्थी

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