देश के बहुमूल्य संसाधनों में सेंध लगाकर राष्ट्रीय क्षति पहुंचाने वाले एक बड़े गैंग को कानून के शिकंजे में दबोचते हुए सहारनपुर की पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है ।दरअसल सहारनपुर पुलिस को अपने सूत्रों के द्वारा यह मालूम चला था कि काफी समय से पानीपत रिफाइनरी की पाइप लाइन के जरिए एक संगठित गैंग लाखों लीटर पेट्रोल और डीजल की चोरी कर रहा है।
ड्रिलिंग मशीन के जरिए यह गैंग कई स्थानों पर पाइप लाइन में छेद करके लाखों लीटर पेट्रोल डीजल निकाल चुका है और उसे टैंकरों के जरिए कुछ पेट्रोल पंपों के माध्यम से बेचा भी जा रहा है। इस मामले की पड़ताल में जुटी सहारनपुर पुलिस की एक विशेष टीम ने पूर्व में इस गैंग के एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया था और इनके कब्जे से पेट्रोल टैंकर लग्जरी गाड़ियां और ड्रिलिंग मशीन बरामद की थी । इन्वेस्टिगेशन के दौरान पुलिस को यह मालूम चला कि इस गैंग के लोग मुजफ्फरनगर जनपद के कुछ पेट्रोल पंप संचालकों की मिलीभगत से रिफाइनरी से चुराया गया पेट्रोल डीजल बेचने का भी काम कर रहे हैं।
इस काले कारनामे में जिला पूर्ति कार्यालय मुजफ्फरनगर के कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने आई जिसके बाद श्री राम कनौजिया नामक कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया था जिसने बताया कि पेट्रोल पंप से उन्हें हर महीने ₹30000 रिश्वत के तौर पर दिए जाते थे और वह रिश्वत डीएसओ यानी जिला पूर्ति अधिकारी के नाम पर ली जाती थी जिससे पेट्रोल पंप में चोरी का डीजल पेट्रोल बेचा जा सके यह संदिग्ध पेट्रोल पंप मुजफ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र में स्थित हैं।
एसएसपी सहारनपुर अकाश तोमर ने इस मामले में बड़ा फैसला करते हुए संबंधित जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क करके मुजफ्फरनगर के जिला पूर्ति अधिकारी बीके शुक्ला की गिरफ्तारी के आदेश दिए जिसके बाद थाना सरसावा सहारनपुर की टीम ने मुजफ्फरनगर के जिला पूर्ति अधिकारी डीएसओ बीके शुक्ला को रिफाइनरी से पेट्रोल डीजल चोरी और बिक्री से संबंधित अपराध में प्रथम दृष्टया संलिप्त पाते हुए गिरफ्तार कर लिया है ।इस मामले में एसएसपी सहारनपुर का कहना है कि “पूरे प्रकरण की गंभीरता से इन्वेस्टिगेशन की जा रही है क्योंकि राष्ट्र को सुनियोजित रूप से क्षति पहुंचाने का मामला है सरकारी पाइपलाइन को नुकसान पहुंचा कर डीजल पेट्रोल चोरी करने का एक गंभीर विषय है इसलिए इसमें किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा”.
द इंडियन ओपिनियन
सहारनपुर