
जिले में एक बार फिर रफ़्तार का कहर देखने को मिला है। उतरौला-गोंडा मार्ग स्थित शाहपुर इटई गांव के पास रविवार को परिवहन निगम से संबद्ध एक निजी बस ने सात वर्षीय संदीप को रौंद दिया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने बच्चे का शव सड़क पर रखकर गोंडा मार्ग जाम कर दिया। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीणों से जाम हटवाने की मनुहार की। ग्रामीण बस चालक के खिलाफ कार्रवाई व पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग पर अड़े रहे। विधायक ने मृतक के पिता बुधई को 20 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी और शासन से भी मदद दिलवाने की बात कही है।

बताया जा रहा है कि शाहपुर इटई गांव निवासी किसान बुधई का बेटा सुबह सड़क पार कर रहा था। इसी बीच तेज रफ्तार निजी बस उसे रौंदते हुए निकल गई। दुर्घटना होने पर चालक बिना रुके बस लेकर फरार हो गया। आसपास मौजूद ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। बालक की मौत से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त हो गया। मृतक के स्वजन के साथ ग्रामीणों ने बालक के शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम कर दिया।

नाराज ग्रामीण परिवहन निगम व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। विधायक, तहसीलदार व प्रभारी निरीक्षक पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने ग्रामीणों से जाम हटाने व शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने की बात कही, लेकिन नाराज ग्रामीण पीड़ित परिवार को मुआवजा व आरोपित बस चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे।
विधायक ने पीड़ित परिवार की हर संभव मदद करने का आश्वासन देते हुए 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी। उधर दो घंटे से उतरौला-गोंडा मार्ग जाम होने पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। यातायात व्यवस्था प्रभावित होने से वाहन चालकों को हलकान होना पड़ा। प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि पीड़ित परिवार व ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
रिपोर्ट – योगेंद्र विश्वनाथ, बलरामपुर