
लखनऊ: राजधानी में कोरोना संक्रमण के चलते मृतकों की संख्या में जहां तेजी से वृद्धि हो रही है वही एक और बड़ी विडंबना से नगर के लोग जूझ रहे थे पिछले कई दिनों से नगर के विभिन्न अंतिम संस्कार स्थलों पर ज्यादा शव पहुंचने की वजह से लोगों को शवों का अंतिम संस्कार करवाने के लिए कई घंटों का इंतजार करना पड़ रहा था दुखी और शोक संतप्त परिवारों पर आई दोहरी मुसीबत की खबरों से मीडिया में लखनऊ जिला प्रशासन और नगर निगम की छवि खराब हो रही थी इसके अलावा शवदाह घाटों पर लकड़ी की कमी का मामला भी गंभीर हो गया था।
मामले की जानकारी मिलते ही नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी द्वारा पहले तो शवदाह स्थलों (प्लेटफार्म) की संख्या में वृद्धि करवाई गई और पर्याप्त संख्या में शव जलाने के लिए लकड़ियों की व्यवस्था करा दी गई है कई दिनों के लिए लकड़ियों का स्टॉक मेंटेन करा दिया गया है ।

आज एक बार फिर नगर आयुक्त अजय द्विवेदी के द्वारा भैसा कुण्ड शवदाह गृह का निरीक्षण किया गया। उन्होंने मीडिया को बताया कि कोविड क्षेत्र में पर्याप्त व्यवस्थाएं पायी गई एवं कोविड शवों का दाह संस्कार बिना किसी विलम्ब के त्वरित रूप से किया जा रहा किसी भी व्यक्ति को इंतज़ार नहीं करना पड़ रहा है। गुलालघाट में भी इसी प्रकार से कोविद शवों के दाह संस्कार के लिए समुचित व्यवस्था पाई गयी। समान्य शवों के अंतिम संस्कार के लिए भी पर्याप्त व्यवस्था पायी गई। अगले दस दिनों की आपूर्ति हेतु लकड़ियों का स्टॉक कर लिया है। नगर निगम द्वारा भी अपना एक काउंटर लकड़ी उपलब्ध करने के लिए लगवा दिया गया है। नगर निगम के आर आर कैंपस में भी लकड़ियों क स्टॉक कर लिया गया है ताकि कमी की दशा में तुरंत आपूर्ति की जा सके।
भैसा कुंड के बाहर ट्रैफिक कंट्रोल की भी उचित व्यवस्था करवाई गयी। जिसके तहत नगर निगम द्वारा क्रेन की भी व्यवस्था गई है ताकि शवों के साथ आने वाले परिवारीजनों की गाड़ियों आदि को पार्किंग में सुव्यवस्थित तरीके से लगाया जा सके जिससे ट्रैफिक सञ्चालन बाधित न हो। अव्यवस्थित रूप से कड़ी गाड़ियों को पार्किंग में व्यवस्थित किया जा रहा है।

सोशल मीडिया पर कुछ व्यक्तियों द्वारा जानकारी के आभाव में यह लिखना शुरू की गाड़ियों का च।ल।न किया जा रहा है, यह खबर पूर्ण रूप से मिथ्या है , किसी भी वहां से ना ही कोई पार्किंग चार्जेज लिए जा रहे हैं ना ही किसी वहां पर कोई जुरमाना च।लन। इत्यादि लगाया गया है। पार्किंग को व्यवस्थित किया जा रहा है ताकि वहां पर आने वाले व्यक्तियों को कोई असुविधा इस हेतु पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम भी लगाया गया है।
नगर आयुक्त ने कहा है कि नगर निगम आपके माध्यम से यह अपील करता है की आपदा के समय प्रशासन क असहयोग करें और कोई भ्रामक सूचना फैलाकर लोगों में पैनिक क्रिएट ना करें।
नगर निगम के उच्च अधिकारियो द्वारा भी लगातार भैसाकुण्ड घाट का निरिक्षण किया जा रहा है ताकि इस विपदा के समय में किसी को भी अव्यवस्था का सामना न करना पड़े।
रिपोर्ट – दीपक मिश्रा