
लखनऊ में कोविड-19 केसों की बढ़ोत्तरी के साथ मुत्यु दर में भी वृद्धि हो रही है, जिसके चलते शवदाह गृह में बढ़ी संख्या में शव आ रहे थे, जिसके कारण शवों के दाह संस्कार में विलम्ब का सामना करना पड़ रहा था। यह मामला नगर निगम की लापरवाही के तौर पर मीडिया में प्रसारित भी किया जा रहा था किस को लेकर नगर निगम की छवि खराब हो रही थीl

नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने इसे गंभीरता से लेते हुए कर्मचारियों को आवश्यक व्यवस्थाओं को जल्द पूरा करने के निर्देश दिए जिसके बाद शवदाह गृहों की क्षमता में वृद्धि करते हुए कल 20 प्लेटफार्म का निर्माण करा दिया गया था, जिसके कारण आज शाम 4 बजे तक सभी शवों का दाह संस्कार पूर्ण करा दिया गया है।
भैसाकुण्ड पर ज्यादा भार को देखते हुए आज ही 50 अतिरिक्त शवदाह प्लेटफार्म का निर्माण कार्य आरम्भ कर दिया गया है, जो कि कल से आने वाले शवों के शवदाह के लिए तैयार रहेगी।

इसी के साथ गुलालाघाट पर भी शवदाह की क्षमता बढ़ाते हुए 20 नये प्लेटफार्म के निर्माण का आदेश निर्गत किया है।
कोविड-19 शवों के दाह संस्कार हेतु कर्मचारियों की व्यवस्था करने में भी कठिनाई आ रही थी। कर्मचारियों के माध्यम से शव को चिता पर ले जाया जाता है और उसमें आग लगाई जाती है। कोविड-19 संक्रमण के दृष्ष्टिगत पूर्व से कार्यरत कर्मचारी इस कार्य को नहीं कर रहें हैं।

इसके दृष्टिगत 100 नये कर्मचारियों को भैंसाकुण्ड पर तैनात कर दिया गया है। 50-50 की दो पालियों में ये कर्मचारी कार्य करेंगे। आज से रात्रि काल में ही चिताये तैयार कर दी जायेंगी ताकि अगले दिन प्रातः शवों के दाह संस्कार त्वरित रूप से किया जा सके। इसके अतिरिक्त साफ-सफाई हेतु अतिरिक्त कर्मचारी तैनात कर दिये गये हैं एवं पेयजल हेतु वाटर कूलर उपलब्ध कराया जा रहा है।