
“समतामूलक समाज की स्थापना के लिए तथागत गौतम बुद्ध के सिद्धांतों का अनुसरण जरूरी है और इसी के आधार पर समाज में सभी वर्गों को न्याय सम्मान और समानता का व्यवहार उपलब्ध हो सकता है”
यह बातें पूर्व कैबिनेट मंत्री और जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा ने राष्ट्रीय बौद्ध महा सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होते हुए कहींl

12 दिसंबर को रविंद्रालय प्रेक्षागृह चारबाग लखनऊ में खत्तीय पंचशील महासंघ द्वारा आयोजित किया गयाl
कार्यक्रम में भगवान गौतम बुद्ध को जन जन में प्रसारित करने पर जोर दिया गयाl
राष्ट्रीय बौद्ध महासम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि गौतम बुद्ध ने दुनिया को विश्व शांति का संदेश दिया और प्राणी मात्र के प्रति दया भावना रखने का उपदेश दिया उन्होंने जातिवाद को समाप्त करते हुए समतामूलक समाज की स्थापना के लिए काम किया और उन्हीं के सिद्धांतों से प्रभावित होकर डॉक्टर अंबेडकर ने आधुनिक भारत में समतामूलक समाज की नींव रखीl
आज यह आवश्यक है कि बौद्ध संस्कारों को जन-जन तक पहुंचाया जाए जिससे लोग मानव मात्र के प्रति प्रेम करुणा और समता के भाव को स्वीकार करते हुए बेहतर समाज का निर्माण कर सकें ।
उन्होंने कहा कि भगवान गौतम बुद्ध के सिद्धांतों से प्रभावित होकर दुनिया के बड़े हिस्से में लोगों ने बौद्ध धर्म को स्वीकार किया क्योंकि मानवता और सभी मनुष्यों के प्रति सम्मानजनक व्यवहार ही धर्म का मूल हैl
द इंडियन ओपिनियन
लखनऊ