
कार्यक्रम का शुभारंभ सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया । प्रबंधक अखिलेश सिंह ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस को नेताजी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने देश को स्वतंत्र कराने में अहम भूमिका निभाई थी। सुभाष चंद्र बोस एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे। “तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा” का उनका नारा सुनकर भारत के कई युवा वर्ग भारत से अंग्रेजों को बाहर निकालने की लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित हुए। सुभाष चंद्र बोस को अंग्रेजों की गुलामी पसंद नहीं थी इसलिए उन्होंने अपनी नौकरी को छोड दिया तथा देश को स्वतंत्रता दिलाने के लिए लड़ाई लड़ने लगे व देश को आजादी भी दिलाई।
देश के महान जननायक बोस जी ने “आजाद हिंद फौज” की स्थापना भी की थी। बोस एक महान भारतीय राष्ट्रवादी नेता थे जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत की आजादी के लिए द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बड़ी हिम्मत से लड़ाई भी लड़ी थी।
इस मौके पर विद्यालय की प्रधानाचार्या लक्ष्मी देवी ने कोरोना वायरस के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बच्चों को प्रेरित भी किया व संदेश दिया कि हमें भी अपने देश के लिए देशसेवा करनी चाहिए व महापुरुषों के पद चिन्हों पर चलना चाहिए। इस मौके पर विद्यालय की शिक्षिका भूमिका सिंह, सुधा गुप्ता, रूपाली गुप्ता, कविता गुप्ता, विनीता शुक्ला, दिव्या सिंह, मंशा वाजपेई, सोनी त्रिपाठी, वर्षा गुप्ता, प्रिया सिंह, आकांक्षा गुप्ता, रचना प्रजापति, शशिबाला पाल, प्रज्ञा तिवारी, सोनम शुक्ला, दीक्षा चौहान, सरिता वर्मा, बीना गुप्ता, शिक्षक रामप्रकाश पांडेय, अशोक गुप्ता, संजय गुप्ता,देवेश सिंह आदि लोग मौजूद रहे।
हरदोई से शिवहरि दीक्षित की रिपोर्ट