रिपोर्ट – आराधना शुक्ला
लॉक डाउन के तीन चरण समाप्त होने वाले हैं और प्रधानमंत्री द्वारा चौथे चरण के लॉक डाउन का संकेत भी दिया जा चुका है। देश में अभी तक सरकार द्वारा प्रत्येक चरण के लॉक डाउन में तरह-तरह की रियायतें जनता की सहूलियत के अनुसार दी जा चुकी हैं। रोजमर्रा की जरूरत के सामान, चिकित्सा संबंधी वस्तुओं और सेवाओं के अलावा सरकार की तरफ से देश की आर्थिक गतिविधि बनाए रखने तक के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन अभी तक जिस क्षेत्र की तरफ ध्यान नहीं दिया गया वह है पर्सनल केयर से संबंधित बार्बर शॉप, हेयर सैलून, पर्सनल ग्रूमिंग से संबंधित अन्य प्रकार के सैलून।
इन सब की तरफ ध्यान न दिए जाने के पीछे तर्क भी दिए जा रहे हैं क्योंकि कोरोना वायरस के फैलने का डर सबसे ज्यादा यहीं से हैं। इसलिए कुछ लोगों ने तो घर में ही जुगाड़ बना लिया है। इसी कड़ी में हेयर ट्रिमर से बाल काट रहे कई सेलिब्रिटी के फोटो भी सामने आए। कई ऐसे लोग भी हैं जिनके पास कोई विकल्प नहीं है। ऐसे में कई नौजवान खुद को कबीर सिंह के गेटअप में होने का आनंद भी उठा रहे हैं। तो वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो ट्रिमर से बाल को जीरो कट का नाम देकर संतुष्ट हैं।
कुछ लोगों का कहना है कि लॉक डाउन के दौरान बाल कट करने वाली दुकानों को सावधानियों के साथ खोला जा सकता है। दुनिया के ऐसे कई देश हैं जहाँ सैलून्स को कुछ नियम और सावधानियों के साथ खुला रखा गया है। फ्रांस के पेरिस शहर में लॉक डाउन के दौरान नाई की दुकान या बार्बर शॉप हो खोल दिया गया है। इस दौरान बाल काटने वाले ने फेस मास्क और फेस शिल्ड पहनी थी। जबकि फ़्रांस में लॉक डाउन के नियम भारत की तुलना में ज्यादा सख्त थे।
अगर लॉक डाउन के दौरान हेयर सैलून या नाई की दुकान खोली जाती है तो ये नियम लागू किये जा सकते हैं-
*सैलून में आने वाले लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
*सैलून में हेयर ड्रायर का इस्तेमाल करने से बचना होगा। *ग्राहकों के बाल धोते और काटते समय हैंड ग्लव्स का इस्तेमाल करना जरूरी होगा।
*बाल काटते समय नाई को फेस मास्क और फेस शील्ड पहनना अनिवार्य किया जाएगा।
इसके अलावा बाल काटने के लिए होम सर्विस भी एक बढ़िया उपाय हो सकता है। इंडियन एक्सप्रेस अखबार में छपी एक खबर के अनुसार कोच्चि (केरल) में जॉबॉय नामक मोबाइल ऐप के माध्यम से ग्राहक अपने घर में हेयर कट की सर्विस ले रहे हैं। इसके लिए उन्हें 500 रूपए का भुगतान करना होता है जो कि सामान्य सैलून की अपेक्षा सौ से दो सौ रुपए अधिक है। हालांकि ग्राहकों ने इस सर्विस का दिल खोलकर स्वागत किया है और उन्हें ज्यादा पेमेंट करने में भी कोई दिक्कत नहीं है। केरल अब कोरोना वायरस के प्रकोप से बाहर निकल रहा है।