आरोप: कार नहीं दे पाया तो बेटी को मार के लटका दिया, निष्पक्ष जांच की मांग!

बाराबंकी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं को सशक्त बनाने व सुरक्षा देने के लिए भले ही तमाम प्रयास करते हुए नजर आते हो लेकिन आज भी पिछड़ी जातियों व ग्रामीण इलाकों में महिलाएं अपराध का शिकार होती हैं। ताजा मामला राजधानी लखनऊ से सटे हुए बाराबंकी का है। शुक्रवार को थाना घुघटेर के अंतर्गत 30 वर्षीय महिला अंजू ससुराल के आंगन में रस्सी से लटकी पाई गई। अंजू के पिता राजाराम ने मृतिका के पति अनिल, मृतका की सास मालती देवी, ससुर व एक अन्य लड़की को दहेज हत्या का आरोपी बनाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है।

शादी के बाद से ही दहेज की मांग को लेकर हो रहा था विवाद

मृतिका के पिता राजाराम ने जानकारी देते हुए बताया कि शादी के बाद से ही बेटी के ससुराल वाले कार की मांग कर रहे थे। मेरी आर्थिक स्थिति खराब थी लिहाजा मैं कार नहीं दे पा रहा था जिसको लेकर लड़के की सास व ससुर मेरी बेटी को मारते पीटते थे व मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। इस प्रताड़ना के चलते बेटी अक्सर बीमार रहा करती थी।

बीते दिन हुआ था समझौता

राजाराम ने बताया कि बीते दिनों बिटिया ने शिकायत की थी कि उसके ससुराल वाले उसे परेशान कर रहे हैं जिसके बाद हमने इटौंजा थाने में शिकायत की थी। जिसके बाद ससुराल पक्ष के लोगों ने अपनी गलती मानी थी। बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए हमने एक बार फिर से ससुराल वालों को मौका दिया था। समझौते के बाद मैं अपनी बेटी को घर ले आया था। जिस दिन मेरी बेटी की हत्या की गई उससे 3 दिन पहले आरोपी दामाद अनिल बेटी को लेने आया था। हमें विश्वास दिलाकर की बेटी के साथ किसी तरह की आपराधिक घटना नहीं होगी उसे लेकर चला गया। जिस दिन बेटी की हत्या की गई। उस दिन 4:15 पर बेटी से फोन पर बात हुई थी बेटी ने ससुराल के लोगों द्वारा परेशान करने की बात कही थी और 6:00 बजे हमें ससुराल पक्ष की ओर से फोन करके बताया गया कि बेटी नहीं रही है।

हत्या करने के बाद आत्महत्या दिखाने के लिए आंगन में लटकाया

राजाराम ने आरोप लगाया है कि ससुराल वाले अपराध को छिपाने के लिए बेटी की हत्या को आत्महत्या का रूप दे रहे हैं। बेटी को मारने के बाद आंगन में उसे लटका दिया गया हमारे मौके पर पहुंचने से पहले ही पुलिस ने डेड बॉडी को जमीन पर उतारा जब हम पहुंचे तो आंगन में बेटी की चूड़ियां टूटी हुई पड़ी थी। आंगन में बिटिया की हत्या की गई और आंगन में जाने वाला दरवाजा खुला था अगर वह फांसी लगाती तो दरवाजा अंदर से बंद होता है जिसे तोड़ना पड़ता लेकिन दरवाजा खुला हुआ था।

पैसे के दम पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदलवाने की दी धमकी

राजाराम ने बताया कि घटना को अंजाम देने के बावजूद भी आरोपियों का मनोबल बढ़ा हुआ है वह लगातार इधर-उधर कह रहे हैं कि तमाम प्रयासों के बावजूद भी उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा। पुलिस उनके पक्ष में है और वह पैसे के दम पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट को भी बदलवा लेंगे। राजाराम ने इस पूरे मामले में डीजीपी मुकुल गोयल से निष्पक्ष जांच व वीडियोग्राफी मैं पोस्टमार्टम कराने की मांग की है।

रिपोर्ट – ब्यूरो बाराबंकी

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