रिपोर्ट – आशीष मिश्रा,
विकास दुबे को एसटीएफ ने अदालत तक पहुंचने के पहले ही एनकाउंटर में मार गिराया है, लेकिन एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक उन्होंने यात्रा के दौरान चलती गाड़ी में ही विकास दुबे के साथ कई घंटे गहरी बातचीत और पूछताछ की।
जिसके आधार पर विकास दुबे का वीडियो भी बनाया गया और बयान का डिटेल तैयार करके उत्तर प्रदेश सरकार को भेजा गया है।
सूत्रों के मुताबिक इस गोपनीय सीडी में कई आईएएस आईपीएस अधिकारी मंत्री और विधायकों के दामन दागदार होने की संभावना हैl कुख्यात विकास दुबे के उज्जैन से कानपुर आने तक हुई पूछताछ और बयानों की सीडी बनाकर एसटीएफ ने शासन और प्रवर्तन निदेशालय को सौंपी है। इसमें उससे 50 से ज्यादा सवाल पूछे गए हैैं।
पूछताछ में विकास ने उससे संबंध रखने वाले कई लोगों के नाम बताए, जिसमें कारोबारी, विधायक-मंत्री और बड़े अफसर शामिल हैं। रास्ते में विकास सोया नहीं, कुछ देर के लिए सीट पर सिर टिका आंख जरूर बंद लेता था। सूत्रों ने बताया कि विकास दुबे ने दो जुलाई को वारदात वाली रात से लेकर उज्जैन में गिरफ्तार होने तक की पूरी कहानी बताई और मदद करने वालों के नाम बताए हैैं।
अपने चार बड़े करीबी कारोबारियों, 11 विधायकों-मंत्रियों और पांच उच्च पदों पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से मित्रता होने की जानकारी दी है। उसने यह भी बताया कि उसकी संपत्तियांं कहां और किसके नाम पर हैैं।
फोन करके करा देता था पोस्टिंग
विकास ने बताया कि सरकार और शासन में पकड़ होने के कारण ही वह फोन करके ट्रांसफर व पोस्टिंग भी करा देता था। कुछ माह पूर्व एक थानेदार और चार चौकी प्रभारियों की भी तैनाती कराई थी।
50 पुलिस वाले उसके यहां आते थे। विकास ने दो आइपीएस अधिकारियों व तीन एएसपी से भी मित्रता होने की बात भी बतायी।
सीओ देवेंद्र मिश्रा मुझे बर्बाद करने की कोशिश कर रहे थे
सूत्रों के मुताबिक विकास ने बताया कि सीओ देवेंद्र कुमार मिश्र मुझे बर्बाद करना चाहते थे। मेरे करीबियों से कहते थे कि उसकी दूसरी टांग मैैं ही तोड़ूंगा।