मुजफ्फरनगर में कलयुगी चाचा ने अपने ही 5 वर्षीय भतीजे कि गांव से बाहर बंद पड़े मकान में ईट से पीट-पीटकर हत्या कर दी। जब शाम को 5 वर्षीय मृतक बच्चा घर नहीं पहुंचा तो परिजनों में हड़कंप मच गया घबराए हुए परिजनों ने गुमशुदा बच्चे की तहरीर थाना भोराकलां में दी तो पुलिस भी गुमशुदा बच्चे को ढूंढने में लग गई। उसके बाद पुलिस ने मृतक बच्चे के चाचा से जानकारी ली तो उसने सारा घटनाक्रम बताया पुलिस ने चाचा की निशान देही पर बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और चाचा को हिरासत में ले लिया।
दरअसल मामला भोराकाला थाना क्षेत्र के गांव भौराकलां का है जहां पर नशे का आदि नशेड़ी कलयुगी चाचा ने अपने ही 5 वर्षीय भतीजे को बाग से अमरूद दिलाने के बहाने गांव के बाहर बंद पड़े मकान में ले जाकर सर में ईट से पीट-पीटकर उसकी निर्मम हत्या कर दी। जब शाम तक बच्चे का कोई भी अता पता नहीं लगा तो घबराए परिजनों ने भोराकलां थाने में पहुंचकर गुमशुदा संदेश पुत्र दीपक की गुम होने की तहरीर दी पुलिस और परिजन बच्चे को ढूंढने में लग गए जब पुलिस ने मृतक बच्चे के चाचा अनुज से जानकारी ली तो उसके चाचा ने सारा घटनाक्रम कबूल कर लिया पुलिस ने मृतक बच्चे के चाचा की निशानदेही पर गांव के बाहर बंद पड़े मकान में ले गया और वहां पर देखा कि लहूलुहान मृतक अवस्था में संदेश पड़ा हुआ है पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शव को मुजफ्फरनगर मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया और मृतक बच्चे के चाचा को पुलिस गिरफ्तार कर लिया गया पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त ईटों को भी अपने कब्जे में ले लिया गया है।
फुगाना सीओ शरद चंद शर्मा ने बताया है कि गांव भोराकला के नशेड़ी युवक अनुज ने अपने 5 वर्षीय भतीजे की ईटो से पीट-पीटकर हत्या कर दी सीओ ने बताया है कि कुछ दिनों पूर्व अनुज ने अपनी भाभी के पर से पैसे चुरा लिए थे जिसको लेकर उसके बड़े भाई दीपक ने उसके साथ मारपीट की जिसकी खुन्नस निकालने के लिए घर में खेल रहे 5 वर्षीय अपने ही भतीजे को बुलाकर ले गया और गांव से बाहर ले जाकर बंद पड़े मकान में सीटों से पीट कर उसकी हत्या कर दी गई है पुलिस ने आरोपी को कब्जे में ले लिया है और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
5 वर्षीय मृतक संदेश की मां आरती ने बताया है कि मेरा बच्चा घर में खेल रहा था और उसका चाचा उसे अमरुद दिलाने के बहाने ले गया और उसकी हत्या कर दी गई है मैं पुलिस से यह गुजारिश करती हूं कि मुझ को फांसी की सजा दी जाए जिससे मुझे इंसाफ मिल सके
रिपोर्ट – संजीव कुमार, मुजफ्फरनगर