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कार्यकर्ताओं के जोश और आक्रमक रणनीति के जरिए BJP की नींद उड़ा रही है “टीम अखिलेश”!


2017 में प्रचंड बहुमत के साथ उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने वाली भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ 2022 के चुनाव के लिए धरातल पर अभी भी सबसे मजबूत समाजवादी पार्टी दिखाई पड़ रही है ।चुनावी विशेषज्ञों की यह राय ऐसे ही नहीं बनी है कार्यकर्ताओं के संगठन और उत्साह के मामले में भी समाजवादी पार्टी ऊपर दिखाई पड़ रही है इसकी वजह यह है कि लगभग सभी विधानसभा क्षेत्रों में समाजवादी पार्टी ने अपनी बूथ कमेटियों को 3 महीने पहले ही अंतिम रूप दे दिया था और हर बूथ पर 21 यूथ के सिद्धांत के जरिए बूथ पर समर्पित युवा कार्यकर्ताओं की मजबूत टीम को प्रशिक्षण के साथ तैनात किया जा रहा है ।

एक तरफ अखिलेश यादव प्रतिदिन भाजपा सरकार के खिलाफ विजय क्रांति रथ यात्रा के जरिए अलग-अलग जनपदों में जा जाकर कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ा रहे हैं दूसरी तरफ पार्टी के वरिष्ठ नेता जनपदों में चाणक्य नीति के अनुसार प्रत्येक विधानसभा के प्रत्येक बूथ पर पार्टी को मजबूती से स्थापित करने में जुटे हैं।

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी का टिकट हासिल करने के लिए हर विधानसभा पर लोगों की लाइन लगी हुई है बीजेपी के खिलाफ सपा के प्रतिरोध को सर्वाधिक प्रभावशाली माना जा रहा है । जानकारों के मुताबिक समाजवादी पार्टी चुनाव में बेहतर परिणाम हासिल करेगी और परिणाम चौंकाने वाला भी हो सकता है ।

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने प्रमुख रणनीतिकारों की टीम के साथ प्रतिदिन प्रदेश में चुनाव अभियान के संचालन की समीक्षा करते हैं व्हाट्सएप ग्रुप पर सभी जिला अध्यक्षों के निकट संपर्क में रहते हैं और किसी भी जिले से आने वाली किसी भी सूचना पर सपा सुप्रीमो की कोर टीम तुरंत एक्शन लेती है ।

2017 में बहुमत हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी के लिए इस बार सपा की आक्रमक रणनीति बहुत भारी पड़ रही है इसलिए भाजपा भी लगातार अपनी रणनीतियों में बदलाव करने के लिए विवश हो रही है।

द इंडियन ओपिनियन लखनऊ, दीपक मिश्रा

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