कुशीनगर : पुलिस ने अपहृत बच्चे को बरामद, कोचिंग संचालक ही निकला मास्‍टर माइंड।

कुशीनगर जनपद के पटहेरवा थाना क्षेत्र के सरया बुजुर्ग से अपहृत बच्चे को पुलिस की सक्रियता से 36 घंटे के भीतर सकुशल बरामद कर लिया है। अपहर्ताओं के मास्टर माइंड को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, रातों रात अमीर बनने के चक्कर में बच्चे को अपहरण किया था, पुलिस के दबाव के चलते उसे बच्चे को मुक्त करना पड़ा,बड़ी ही चालाकी से इंटरनेट व व्हाट्सएप के जरिए कॉलिंग कर बच्चे की मां से बीस लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी अपने सहयोगियों के साथ मिलकर जिनकी तलाश फिलहाल पुलिस कर रही है।

अपरहण का खुलासा करने वाली टीम को डीआईजी व एसपी कुशीनगर विनोद कुमार सिंह ने 50 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है,आपको बता दे की बीते 30 दिसंबर को थाना पटहेरवा क्षेत्रान्तर्गत ग्राम सरया बुजुर्ग रामकोला चट्टी की निवासिनी सविता देवी  थाने पर सूचना दी थी कि उनका बेटा आदित्य वर्मा उम्र 07 वर्ष प्रात: 09 बजे ट्यूशन पढ़ने सम्राट एजुकेशन एकेडमी हौदा नरायनपुर में गया था, वहां से घर वापस आते समय रास्ते में 02 अज्ञात बदमाशों ने मोटर साईकिल से अपहरण कर लिया है। पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए थाने पर केस दर्ज कर अपृहत की तलाश शुरु कर दी। इसी बीच अपहर्ताओं द्वारा अपहृत की मां को व्हाट्सएप काल के जरिये फोन कर 20 लाख रूपये फिरौती मांगी गयी थी।

डीआईजी  / पुलिस अधीक्षक कुशीनगर ने अपहृत की सकुशल बरामदगी के लिए अपर पुलिस अधीक्षक एपी सिंह के नेतृत्व में क्षेत्राधिकारी तमकुहीराज, प्रभारी निरीक्षक पटहेरवा, स्वाट, सर्विलांस व साईबर सेल की अलग-अलग टीमें लगा दी। जनपद कुशीनगर के सीमावर्ती थानों के बार्डर पर नाकाबन्दी करते हुए सतत सघन चेकिंग शुरू करा दी।जिसके बाद पुलिस टीम के संयुक्त प्रयास से शुक्रवार को अपहृत आदित्य को 36 घण्टे के अन्दर वरदान हास्पिटल एनएच 28 थाना क्षेत्र कसया से सकुशल बरामद करने में सफलता प्राप्त की गयी। अपहर्ता उसे छोड़ कर फरार हो गए। पुलिस ने सर्विलांस के जरिए अपहर्ताओं के मास्टर माइन्ड को ट्रेस कर लिया। यह उसी कोचिंग का संचालन निकला, जिसमें बच्चा पढ़ता था। कोचिंग संचालक यशवन्त कुशवाहा सरया बुजुर्ग टोला रामकोला चट्टी थाना पटहेरवा का रहने वाला है,घटना की साजिश में शामिल अन्य अपहर्ताओं को चिन्हित करते हुये गिरफ्तारी हेतु पुलिस की कई टीमें लगायी गयी हैं। शीघ्र ही गिरफ्तारी करने की बात पुलिस कह रही है

पुलिस ने जानकारी दी कि मुख्य अपहर्ता यशवंत कोचिंग चलता है। कोचिंग छूटने से पहले ही उसने योजना बना ली थी कि बच्चे का अपहरण का उसके विदेश में कमाने वाले पिता से बीस लाख रुपये की फिरौती वसूलेगा। शातिराना तरीके से उसने फिरौली के लिए मोबाइल नंबर का इस्तेमाल नहीं किया। पहले इंटरनेट कॉलिंग से फिरौती मांगी। सफल नहीं हो पाया तो उसकी मां को व्हवाट्सएप से कॉल किया और फिरौती मांगी। पुलिस टीम शुरू से ही सिर्वलांस व साइबर सेल के साथ योजना बनाकर काम कर रही थी। उसकी चालाकी पकड़ ली और दबाव बनाकर को बच्चे को मुक्त करा लिया। इलाके के लोगों में उसकी छवि शातिर जालसाज की है।
जबकि पुलिस सर्विलांस की मदद से फिरौती की कॉल पर ट्रेस करते हुए मास्टर माइंड तक पहुँचने के लिए आगे बढ़ रही थी,पुलिस ने शातिर अपहर्ता को भोर तक ट्रेस कर लिया और दबाव बढ़ा दिया। गुरुवार की सुबह भी अपहृत की मां साविता देवी के मोबाइल पर इंटरनेट कालिंग कर बदमाशों ने बच्चे को सकुशल बताते हुए पुलिस में नहीं जाने की हिदायत दी थी। पुलिस  ने तकनीक की मदद लेकर तभी से यह पता लगाना शुरू कर दिया था कि किस कंप्यूटर से कॉलिंग की गयी है मगर रात में व्हाट्सअप से कॉल कर अपहर्ता ने पुलिस की राह आसान बना दी।
पुलिस ने दिन में ही अगल बगल के करीब एक दर्जन लोगों के मोबाइल फोन को अपने पास रख लिया था। इसके साथ ही पीड़ित की मां को हर सूचना पर अपने साथ ले जाती ताकि जहां कहीं भी जरूरत पड़े, अपहर्ता की उससे बात करायी जा सके। थानाध्यक्ष पटहेरवा अतुल्य कुमार पांडेय ने बताया कि अधिकारियों के निर्देशन में परीश्रम रंग लाया। पीड़ित परिवार को सही सलामत बच्चा सौंप दिया गया है। 
नये साल के पहले दिन 36 घंटे बाद लौटी खुशियां 
बच्‍चे के अपहरण की घटना को लेकर रामकोला चट्टी गांव के हर घर से नए साल के खुशियों की रौनक शुक्रवार की दोपहर तक गायब रही। पूरा परिवार करीब 36 घंटे बेहद परेशान रहा। शुक्रवार को दोपहर में कसया से आये एक फोन कॉल ने परिजनों सहित गांव के लोगों की खुशियां दो गुना हो गयी।बच्चे के अपहरण के बाद से वर्मा परिवार सहित पूरे गांव की खुशियां गायब हो गयी थीं। अपहृत बच्‍चे के बड़े पापा ईश्वर वर्मा ने बताया कि तीन दिन से घर मे चूल्हा नहीं जला था। परिवार सहित गांव के और बच्चे भी मारे डर के स्कूल न जाने को कहने लगे थे। जहां एक तरफ पूरा विश्व नए साल की खुशियां मना रहा था वही इस गांव से खुशिया गायब थी। लोगों के चेहरे अनहोनी की आशंका से अपनी चमक खो चुका था। गांव के हर लोग आदित्य की सकुशल बरामदगी के लिए मिन्नतें मांग रहे थे।

रिपोर्ट – गोविंद पटेल, कुशीनगर

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