केजरीवाल के माफीनामे से AAP में संग्राम, भगवंत मान का पार्टी से इस्तीफा

नई दिल्ली: अपने वजूद से ही विवादों और सुर्खियों में रहने वाली आम आदमी पार्टी में एक नया तूफान खड़ा हो गया है. इस बार ये तूफान पंजाब से आया है और इसकी वजह खुद पार्टी के सबसे बड़े नेता, संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल हैं. बिक्रमजीत सिंह मजीठिया से अरविंद केजरीवाल की माफी के बाद आम आदमी पार्टी के पंजाब यूनिट में बवाल खड़ा हो गया है. पंजाब के अध्यक्ष भगवंत मान ने इस्तीफा दे दिया है.

भगवंत मान ने अपने फेसबुक पेज पर इस्तीफे की जानकारी दी. माना जा रहा है कि केजरीवाल के मजीठिया से माफी मांगे जाने से भगवंत मान खफा थे जिसके कारण उन्होंने ये फैसला लिया. गौरतलब है कि कुमार विश्वास ने भी इसको लेकर केजरीवाल पर निशाना साधा है.

क्या है मामला?

दरअसल, आम आदमी पार्टी ने पंजाब के विधानसभा चुनाव के दौरान अकाली दल नेता विक्रम मजीठिया पर ड्रग्स के कारोबार में शामिल होने का आरोप लगाया था, अब अरविंद केजरीवाल ने मजीठिया से माफी मांग ली है. उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त उन्होंने जो आरोप लगाए थे वो गलत थे. केजरीवाल की माफी के बाद आम आदमी पार्टी में बगावत हो गई है.

पहले पंजाब में पार्टी के नेता सुखपाल खैरा ने केजरीवाल की माफी पर सवाल उठाए. अब भगवंत मान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.

जानकारों के मुताबिक पंजाब आम आदमी पार्टी में सबकुछ सही नहीं चल रहा है. सुखपाल खैरा भी बगावत पर उतारू हैं. उन्होंने केजरीवाल की माफी की टाइमिंग पर सवाल खड़े किे हैं.

पंजाब की आग दिल्ली में भी जल रही है. यहां विरोधी मौका पाते हुए हमलावर हो जा रहे हैं. आप नेता कुमार विश्वास ने भी केजरीवाल पर शायराना अंदाज में हमला बोला है. विश्वास ने कहा कि थूक कर चाटने वाले पर क्या यकीन करें.

बिक्रमजीत सिंह मजीठिया कौन हैं?
पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल की पत्नी के भाई यानी साले हैं. मजीठिया बादल सरकार में मंत्री रह चुके हैं. वर्तमान में वो मजीठिया विधानसभा सीट से शिरोमणी अकाली दल के विधायक हैं. 2007 और 2012 में भी विधायक रह चुके हैं. सुखबीर बादल की पत्नी हरसिमरत कौर के भाई हैं. हरसिमरत कौर अभी केंद्र की बीजेपी सरकार में मंत्री हैं.

मजीठिया ने केजरीवाल पर किया था केस
बिक्रम मजीठिया ने 20 मई 2016 को अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह और आशीष खेतान के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराया था. मजीठिया ने इन लोगों पर छवि खराब करने का आरोप लगाया था.