“जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी” दलितों पिछड़ों मुसलमानों को जन अधिकार पार्टी का न्योता!

जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा ने भाजपा सपा और बसपा पर यह आरोप लगाया है कि दलितों पिछड़ों और कमजोर के कल्याण का दावा करके सत्ता में आने के बाद ज्यादातर दल उनसे झूठे वादे करके सत्ता का आनंद ले कर मुकर जाते हैं यही वजह है कि देश के स्वतंत्रता के इतने समय बीतने के बाद भी दलितों पिछड़ों अल्पसंख्यकों को न तो उनके अधिकार मिल पाए हैं और ना ही उनकी हिस्सेदारी मिल पाई है ।

आज भी सरकारी नौकरियों स्कूल कॉलेजों में कमजोर वर्ग के लोगों को पर्याप्त हिस्सेदारी नहीं मिली है उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के कुशासन की वजह से आए दिन दलित और पिछड़ों की हत्याएं हो रही हैं मुसलमानों को फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है और बीजेपी के इस अत्याचार को समाजवादी पार्टी और दूसरे दलों का भी पूरा समर्थन है क्योंकि अपनी सरकार रहते हुए समाजवादी पार्टी और दूसरे दलों के लोगों ने भी यही काम किया है।

इमानदारी से न तो आरक्षण को लागू किया गया और ना ही दलितों पिछड़ों और मुसलमानों को नौकरियों सरकारी सुविधाओं योजनाओं में हिस्सेदारी दी गई । बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि जन अधिकार पार्टी का गठन ही इस उद्देश्य से किया गया है कि संविधान की मंशा को ईमानदारी से लागू किया जाए और गरीबों और कमजोर वर्ग के लोगों को प्राथमिकता के आधार पर विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जाए।

उन्होंने कहा कि जन अधिकार पार्टी किसी वर्ग की विरोधी नहीं है हम सर्व समाज के गरीब दबे कुचले लोगों को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं लेकिन यह सच्चाई है कि सर्वाधिक गरीब और दबे कुचले लोग दलित और पिछड़े वर्गों से हैं इसलिए प्राथमिकता के आधार पर उन्हें आगे बढ़ाना जन अधिकार पार्टी का मिशन है।

द इंडियन ओपिनियन
लखनऊ

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