पीएम मोदी ने सिद्धार्थनगर में मेडिकल कॉलेजों के लोकार्पण के बाद वाराणसी पहुँचकर कई सौगातें दी।

वाराणसी, मेहदीगंज स्थित सभास्थल से पीएम ने देश को “आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत” योजना का शुभारंभ कर उपहार दिया। साथ ही बटन दबाकर 5189 करोड़ रुपए की 28 परियोजनाओं का लोकार्पण किया।
हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ पीएम मोदी ने संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि देश ने कोरोना महामारी से अपनी लड़ाई में 100 करोड़ वैक्सीन डोज के बड़े पड़ाव को पूरा किया है। बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद से, मां गंगा के अविरल प्रताप से, काशीवासियों के अखंड विश्वास से, सबको वैक्सीन-मुफ्त वैक्सीन का अभियान सफलता से आगे बढ़ रहा है। काशी में तो शिव और शक्ति निवास करते हैं, काशी में कष्ट और क्लेश से मुक्त कराती है।


पीएम ने यह भी कहा कि जितना काम वाराणसी में पिछले 7 साल में हुआ है, उतना पिछले कई दशकों में नहीं हुआ। आज केंद्र और राज्य में वो सरकार है जो गरीब, दलित, शोषित-वंचित, पिछड़े, मध्यम वर्ग, सभी का दर्द समझती है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज 75 हजार करोड़ के कामों का लोकार्पण हो रहा है। इन योजनाओं को महादेव का आशीर्वाद है। महादेव के आशीर्वाद से कष्टों से मुक्ति स्वाभाविक है। भविष्य में महामारी से बचाव के लिए उच्च स्तर की हो। गांव और ब्लॉक स्तर तक हमारे हेल्थ सिस्टम में आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता आए, इसके लिए आज काशी से मुझे 64 हजार करोड़ रुपए का आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन राष्ट्र को समर्पित करने का सौभाग्य मिला है।

इसके साथ ही काशी के इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े करीब 5 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट का भी लोकार्पण किया गया है। इसमें सड़कों से लेकर घाटों की सुंदरता, गंगा और वरुणा की साफ-सफाई, पार्किंग स्थलों और बीएचयू की सुविधाओं से जुड़े अनेक प्रोजेक्ट त्योहारों के इस मौसम में जीवन को सुगम, समृद्ध बनाने के लिए काशी में हो रहा विकास पर्व एक प्रकार से पूरे देश को नई ऊर्जा, नई शक्ति देने वाला है।
पीएम ने कहा कि आजादी के बाद के लंबे कालखंड में आरोग्य पर, स्वास्थ्य सुविधाओं पर उतना ध्यान नहीं दिया गया, जितनी देश को जरूरत थी। देश में जिनकी लंबे समय तक सरकारें रहीं, उन्होंने देश के हेल्थकेयर सिस्टम के संपूर्ण विकास के बजाय, उसे सुविधाओं से वंचित रखा। इसके तहत गांवों और शहरों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं, जहां बीमारियों को शुरुआत में ही डिटेक्ट करने की सुविधा होगी। इन सेंटरों में फ्री मेडिकल कंसल्टेशन, फ्री टेस्ट, फ्री दवा जैसी सुविधाएं मिलेंगी।

पीएम मोदी ने कहा कि देश के हेल्थ सेक्टर के अलग-अलग गैप्स को एड्रेस करने के लिए आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के 3 बड़े पहलू हैं। पहला, डाइअग्नास्टिक और ट्रीटमेंट के लिए विस्तृत सुविधाओं के निर्माण से जुड़ा है।योजना का दूसरा पहलू, रोगों की जांच के लिए टेस्टिंग नेटवर्क से जुड़ा है। इस मिशन के तहत, बीमारियों की जांच, उनकी निगरानी कैसे हो, इसके लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास किया जाएगा। तीसरा पहलू, महामारी से जुड़े रिसर्च संस्थानों के विस्तार का है। उनको सशक्त बनाने का है। इस समय देश में 80 वायरल डाइअग्नास्टिक और रिसर्च लैब हैं। इनको और बेहतर बनाया जाएगा। महामारियों में बायो सेफ्टी लेवल-3 की लैब चाहिए। ऐसी 15 नई लैब्स को ऑपरेशनल किया जाएगा। इसके अलावा देश में 4 नए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजी और एक नेशनल इंस्टीट्यूट पर 1 हेल्थ-बी स्थापित किया जा रहा है। यानी आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के माध्यम से देश के कोने-कोने में इलाज लेकर क्रिटिकल रिसर्च तक, एक पूरा इको सिस्टम विकसित किया जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि आज केंद्र और राज्य में वो सरकार है जो गरीब, दलित, शोषित-वंचित, पिछड़े, मध्यम वर्ग, सभी का दर्द समझती है। देश में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर करने के लिए हम दिन रात एक कर रहे हैं। यूपी में जिस तेजी के साथ नए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं, उसका बहुत अच्छा प्रभाव, मेडिकल की सीटों और डॉक्टरों की संख्या पर पड़ेगा। ज्यादा सीटें होने की वजह से अब गरीब माता-पिता का बच्चा भी डॉक्टर बनने का सपना देख सकेगा और उसे पूरा कर सकेगा।

पीएम ने कहा कि वैसे तो ये काम दशकों पहले ही हो जाने चाहिए थे। लेकिन हाल क्या है उसका वर्णन करने की जरुरत नहीं है। हम पिछले 7 साल से सुधार कर रहे हैं। लेकिन अब एक बहुत बड़े स्केल पर, बहुत बड़े एग्रेसिव एप्रोच के साथ इस काम को करना है। कुछ दिन पहले ही दिल्ली में गति शक्ति और एक बहुत बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्यक्रम को लॉन्च किया था।
पीएम मोदी ने कहा कि जितना काम वाराणसी में पिछले 7 साल में हुआ है, उतना पिछले कई दशकों में नहीं हुआ। बीते सालों की एक और बड़ी उपलब्धि अगर काशी की रही है, तो वो है बी एच यू का फिर से दुनिया में श्रेष्ठता की तरफ अग्रसर होना। आज टेक्नॉलॉजी से लेकर हेल्थ तक, बी एच यू में अभूतपूर्व सुविधाएं तैयार हो रही हैं। देशभर से यहां युवा साथी पढ़ाई के लिए आ रहे हैं। आज काशी का हृदय वही है, मन वही है, लेकिन काया को सुधारने का ईमानदारी से प्रयास हो रहा है।
पीएम मोदी ने कानपुर में मिले जीका वायरस के एक केस पर कहा कि कानपुर का एक 57 साल का व्यक्ति जीका वायरस संक्रमित पाया गया है। टीम राज्य के स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम करेगी, जमीन पर स्थिति का जायजा लेगी और आकलन करेगी कि जीका प्रबंधन के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की कार्य योजना लागू की जा रही है या नहीं। यह यूपी में जीका के एमजीएमटी के लिए आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप की भी सिफारिश करेगा।
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज यूपी समेत देश को स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक बहुत बड़ी सौगात दीपावली के पहले मिली है। दीपावली के पहले फर्स्ट फेज में सिद्धार्थनगर से 9 मेडिकल कॉलेज 9 जिलों को मिले हैं। बाबा विश्वनाथ की पावन की इस पावन धरती पर काशी में पीएम मोदी जी का अभिनंदन करता हूं।
देश व दुनिया ने पीएम के नेतृत्व में अनेक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में बदलते भारत में, एक भारत और सर्वश्रेष्ठ भारत को साकार होते हुए पूरे देश ने देखा है।
अब पीएम के दौरे में आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना को सबसे बड़ी हाई लाइट माना जा रहा है। सरकार ने जानकारी दी है कि ये सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना है, जो देश के स्वास्थ्य ढांचे को और ज्यादा मजबूत करेगी। इस योजना के तहत सरकार 5 साल में 64,180 करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है। योजना का उद्देश्य यही है कि महामारी के दौरान पूरा देश मजबूती से इसके खिलाफ लड़ सके। प्रयास रहेगा कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में सार्वजनिक स्वास्थ्य ढांचे में आई कमियों को दूर किया जा सके।

रिपोर्ट – आर डी अवस्थी

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