देश के सर्वश्रेष्ठ धावक के रूप में प्रसिद्ध मिल्खा सिंह की 91 वर्ष की उम्र में कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो गई। मिल्खा सिंह को फ्लाइंग सिख के नाम से भी जाना जाता है।
बताते चलें फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह का जन्म 20 नवंबर 1929 को गोविंदपुर जो कि अब पाकिस्तान का हिस्सा है, में हुआ था। भारत विभाजन के दौरान अफरा तफरी में मिल्खा सिंह ने बचपन में ही अपने मां बाप को खो दिया। इसके बाद वे एक शरणार्थी के रूप में ट्रेन द्वारा पाकिस्तान से भारत पहुंचे।
मां-बाप को खोने के बाद मिल्खा सिंह ने कुछ करने की ठानी। धावक तो वह बचपन से ही थे तो उसी में ही अपना कैरियर बनाते हुए 200 मीटर और 400 मीटर दौड़ में अपना वर्चस्व कायम किया। इसी दौरान उनको फ्लाइंग सिख की उपाधि से नवाजा गया था।
रिटायरमेंट के बाद भी अपनी सेवाओं को देश के हित में लगाते रहे और जिंदगी की आखरी बाजी को लड़ते हुए कोरोना से संक्रमित होकर 18 जून 2021 समय लगभग रात के 11:00 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। तकरीबन 1 महीने पहले उनकी पत्नी निर्मल कौर की भी मृत्यु हो गई थी। पूरा देश फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह की मृत्यु से शोक में है।
ब्यूरो संवाद