बलरामपुर :- बच्ची की मौत के बाद भी नहीं चेता बिजली विभाग, अब दो किशोरों की करंट लगने से हुई मौत।

यूपी के बलरामपुर जिले थाना गौरा चौराहा क्षेत्र में रविवार देर शाम स्कूल के शौचालय की छत पर खेलते समय दो किशोर ऊपर से निकली हाईटेंशन तार की चपेट में आ गए। करंट लगने कारण झुलसने से किशोरों की मौत हो गई। अचानक हुई इस घटना से गांव में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों व स्वजनों ने दोनों का शव छत से नीचे उतारा। इस घटना से आहत परिजनों का रो-रो कर हाल बेहाल है।

क्या है पूरा मामला :-

मामला गौरा चौराहा के जमुवरिया से जुड़ा हुआ है। यहां अब्दुल मजीद का 13 वर्षीय बेटा इदुजमा व सनाउल्ला का 12 वर्षीय बेटा फिरोज की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई। बताते हैं कि दोनों किशोर स्कूल के पास ही बकरी चरा रहे थे। वहीं, खेलते खेलते वह प्राइमरी स्कूल परिसर में पहुंच गए। खेलते -खेलते दोनों शौचालय की छत पर चढ़ गए। छत के ऊपर से निकले तार की चपेट में आ गए, जिससे झुलसकर दोनों की मौत हो गई।

क्या बोले ग्रामीण :-

स्थानीय फासिउर्रह्मान ने बताया कि बिजली तार स्कूल परिसर के ऊपर से निकला है, जो काफ़ी नीचा है। इससे खेलते समय दोनों किशोर करंट की चपेट में आ गए। स्वजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया था। गौरा चौराहा थाना की पुलिस को सूचना देकर पंचनामा कराकर शव परिवारजनों को दे दिया गया। दोनों का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया है।

ग्रामीणों ने स्कूल परिसर के ऊपर से निकले बिजली तार को हटवाने की मांग की है। इस बाबत आज स्कूल परिसर में ग्रामीणों ने प्रदर्शन भी किया। सरकार से बिजली विभाग व स्कूल प्रशासन की लापरवाही पर कार्रवाई की मांग की।

लापरवाही पर हो कार्रवाई :

प्राथमिक विद्यालय जमुवरिया परिसर में कंरट की चपेट में आने से दो किशोर की मौत की घटना को लेकर ग्रामीण आक्रोशित है। मृतक के पिता व गांव वालों ने कहा कि कहा कि करीब एक माह पहले स्कूल में ही एक बालिका करंट की चपेट में आकर झुलस गई थी। उसी समय तार हटवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने सुनवाई नहीं की। इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार विद्युत विभाग के अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। दोनों किशोरों के स्वजन व पूर्व में झुलसी बालिका को मुआवजा दिलवाया जाए।

लापरवाही से हुई यह घटना :-

तुलसीपुर एरिया के एक्सईएन बालकृष्ण से जब हमने इस घटना के बाबत विभाग का पक्ष जानने के लिए कॉल किया तो उन्होंने कहा कि स्कूल की छत खेलने के लिए नहीं होता। अभी स्कूल नहीं चल रहा है तो विभाग की कोई जिम्मेदारी नहीं है। घटना किशोरों की लापरवाही से हुई है। डंडा लेकर दोनों किशोर छत पर खेल रहे थे। इसलिए करंट की चपेट में आ गए। छत से तार की दूरी पांच मीटर है।

पहले भी हुई है दुर्घटना :-

हम आपको बताते चलें कि उतरौला के नयानगर में तकरीबन 21 नवंबर 2019 को इसी तरह की एक घटना हुई थी। स्कूल के पास से गुजर रही हाईटेंशन लाइन टूट कर नीचे गिर गई, जिससे पूरे विद्यालय परिसर में करंट उतर आया। घटना के कारण तकरीबन 50 बच्चे झुलस गए थे। किसी की जान तो नहीं गई, लेकिन इस मामले के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार ने घोषणा की थी कि प्रदेश के सभी स्कूलों के आसपास से गुजर रही हाईटेंशन लाइन को हटवाया जाएगा, जिससे बच्चों व आम लोगों को किसी तरह की कोई समस्या ना हो और इस तरह की दुर्घटनाओं से लोगों का बचाव हो सके।

रिपोर्ट – योगेंद्र विश्वनाथ, बलरामपुर

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