उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाढ़ पीड़ितों का दुख जानने के लिए दो दिवसीय दौरे पर 3 सितंबर को लखनऊ से निकल रहे हैं। सीएम योगी आज गोंडा, बलरामपुर, बहराईच का दौरा करेंगे। जबकि बलरामपुर के तुलसीपुर स्थित देवीपाटन शक्तिपीठ में रात्रि विश्राम करने के बाद 4 सितंबर की सुबह वह सिद्धार्थनगर, महाराजगंज का दौरा करेंगे। इस दौरान वह बाढ़ से प्रभावित 5 जिलों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसके साथ ही बाढ़ राहत केंद्रों का निरीक्षण कर बाढ़ पीड़ितों को खाद्यान्न भी वितरित करेंगे। मुख्यमंत्री इस दौरान सभी जिलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कर सकते हैं। हम आपको बताते चलें ईटीवी भारत लगातार बाढ़ पीड़ितों की समस्या प्रमुखता से उठाता रहा है। जिसे लेकर अधिकारियों व सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान भी लिया है। मुख्यमंत्री से पहले जल शक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह भी जिलों का दौरा कर चुके हैं।
बाढ़ के कारण परेशान, पलायन करते लोगों की समस्या जानने और उनके निस्तारण के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्शन मोड़ में आते दिख रहे हैं। आज वह बलरामपुर सहित 3 जिलों का दौरा करेंगे। वह बलरामपुर जिले के उतरौला तहसील क्षेत्र के दो गांवों दौरा करेंगे। बाढ़ राहत चौकी का निरीक्षण करेंगे और बाढ़ से पीड़ित परिवारों से बातचीत करके उनके समस्याओं को जानेंगे। मुख्यमंत्री इस दौरान बलरामपुर जिले के बाढ़ के हालातों का हवाई सर्वेक्षण भी करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस दौरान बाढ़ पीड़ितों को आपदा राहत कोष के अंतर्गत दिए जाने वाले मदद का वितरण भी करेंगे।
अधिकारियों से बाढ़ की समस्या और जिले के विकास के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बातचीत करेंगे और उन्हें दिशा निर्देश देंगे। इसके बाद वह जिले के तुलसीपुर स्थित देवीपाटन शक्तिपीठ रात्रि विश्राम के लिए पहुंचेंगे। वहां वह भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेताओं व विधायकों से मुलाकात करके विधानसभा चुनावों की तैयारी परख सकते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्थानीय नेताओं को विधानसभा चुनावों में जीत का मंत्र भी दे सकते हैं।
हम आपको बताते चलें कि बलरामपुर जिले के तीनों तहसीलों में पिछले 1 महीने से राप्ती और इससे जुड़े नालों के कारण आने वाली बाढ़ की भीषण समस्या है, जिससे जिंदगी में लगातार 2-4 हो रही है। आम लोग परेशान नजर आते हैं। जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय तौर पर जो व्यवस्थाएं और सहायता उपलब्ध करवाई जा रही हैं। वह नाकाफी साबित हो रही है। बाढ़ से लोगों को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर कदम उठाने की आवश्यकता है। बलरामपुर जिले के तुलसीपुर और उतरौला तहसील में राप्ती के कारण बाढ़ की भीषण समस्या है। उधर खरझार नाले बने बांध में दरार आ जाने के कारण तकरीबन 2 दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुसा हुआ है। कई लोग बेघर हो चुके हैं।
रिपोर्ट – योगेंद्र विश्वनाथ, बलरामपुर