छात्र नेता अमन वाजपेई की हत्या का मामला उत्तर प्रदेश की राजनीतिक सुर्खियों का हिस्सा बन गया। बहुत से नेताओं ने इसे ब्राह्मण हत्या के रूप में प्रचारित किया लेकिन कुछ ही देर में यह स्पष्ट हो गया कि अमन बाजपेई की हत्या किसी और ने नहीं उसके ही अपने चाचा ने की है।
पिछले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर ब्राह्मण समाज के लोग अपराधिक घटनाओं का शिकार हुए हैं कांग्रेसी सपा-बसपा जैसी पार्टियां ब्राह्मणों की हत्याओं को लेकर खूब सियासत भी कर रहे हैं लेकिन हकीकत का एक पहलू यह है कि कई मामलों में ब्राह्मणों की हत्या ब्राह्मणों के ही द्वारा की गई है।
मामलों में तो राजनीतिक लाभ के लिए नेताओं ने सच्चाई जाने बगैर ही विवादित बयान जारी कर दिए।
उत्तर प्रदेश का लखीमपुर खीरी कई दिनों से वारदातों के कारण चर्चा में बना हुआ है। पिछले एसपी भी अपराध में लगाम न लगा पाने के कारण ही हटे थे लेकिन फिर भी वारदातों का सिलसिला जारी है। ताजा मामला खीरी के गोला का है जहाँ पारिवारिक विवाद में चाचा ने भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी है।
विवाद के चलते छात्र नेता अमन बाजपेयी की चाचा ने गोली मारकर हत्या कर दी, गोला कोतवाली इलाके में हत्या की वारदात से हड़कंप मच गया, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और दबिश देकर हत्या आरोपी चाचा को अरेस्ट कर लिया।