खबर सुल्तानपुर से है जहाँ बिना अनुमति के ही भीम आर्मी और ग्राम प्रधान ने सड़क किनारे ग्राम सभा की जमीन पर भीम राव अम्बेडकर की प्रतिमा स्थापित करवा दी। मूर्ति लगता देख कुछ लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। मूर्ति लगने की जानकारी जब जिला प्रशासन को लगी तो वे आनन फानन मौके पर पहुचे और लोगों को समझा बुझा कर मूर्ति हटवाई।
दरअसल ये मामला है कादीपुर कोतवाली के लक्ष्मणपुर गांव का। इसी गांव में बीती रात ग्राम सभा की जमीन पर कुछ लोगों द्वारा भीम राव अम्बेडकर की मूर्ति स्थापित करवा दी गई। सुबह जब अन्य लोगों को जानकारी लगी तो उन लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने मामले की लिखित शिकायत एसडीएम से की। विवाद और मूर्ति लगने की सूचना जब प्रशासनिक अधिकारियों को लगी तो हड़कम्प मच गया। आनन फानन एसडीएम सीओ भारी पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे। इस दौरान बिना अनुमति मूर्ति लगवाए जाने की बात कही। एसडीएम सीओ ने किसी तरह मूर्ति लगवाने वालों को समझा बुझा कर शांत करवाया और मूर्ति हटवा दी।
फ़िलहाल मूर्ति लगवाने वालों ने भी पुनः मूर्ति स्थापित करवाने के लिये प्रार्थना पत्र दिया है। भीम आर्मी की सक्रियता सुल्तानपुर में भी बढ़ती जा रही है और जाति विशेष के लोगों को गोल बंद करके भीम आर्मी कानून व्यवस्था के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर रही है सरकारी जमीन पर बिना शासन प्रशासन की अनुमति के मूर्ति लगाना और जमीन पर कब्जा करने का लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया जिसके बाद प्रशासन को मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करनी पड़ी। जिस गांव का यह मामला है वहां भी काफी संख्या में लोगों को भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने रात के अंधेरे में बिना अनुमति के सरकारी जमीन पर मूर्ति लगवाने के लिए उकसाया वही भीड़ और वोट बैंक के दबाव में ग्राम प्रधान का भी यही कहना है कि गांव के ज्यादातर लोग चाहते हैं कि मूर्ति लग जाए।
सुल्तानपुर से राहुल सोनकर की रिपोर्ट।