मंगल पांडे प्रतिमा उत्तर-प्रदेश विधान सभा के सामने ही स्थापित होगी – राम जी तिवारी

रिपोर्ट – देवव्रत शर्मा,

मंगल पांडे सेना और किसान क्रांति दल के नेता रामजी तिवारी ने प्रदेशवासियों से की अपील!

कोई भी संगठन भगवान परशुराम और अमर शहीद मंगल पांडे की प्रतिमा जिलों या गांवो मे लगाये–हम उसका स्वागत करते हैं। लेकिन इस तथ्य को भी रेखांकित करते हैं कि इतिहास प्रथम सवतंत्रता सेनानी मंगल पांडे को भुला चुका था। राष्ट्रवादी किसान क्रांती दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमरेश मिश्र विश्व प्रसिद्ध इतिहासकार हैं। 2005 मे उन्होंने अंग्रेज़ी मे ‘मंगल पांडे: ट्रू स्टोरी आफ एन इंडियन रेवोलयूशनरी’, पुस्तक लिखी। इसका प्रकाशन भारत के न. 1 प्रकाशक ‘रूपा एंड कंपनी’ ने किया। फिर अमरेश मिश्र के अनुरोध पर, ‘रूपा एंड कंपनी’ ने इस किताब का हिंदी अनुवाद, ‘मंगल पांडे: एक भारतीय क्रांतीकारी की सच्ची कथा’ छापी।

अमरेश मिश्र जी ने आमिर खान की फिल्म ‘मंगल पांडे’ बनाने मे अतुल्यनीय योगदान दिया।  सब कोशिशों से मंगल पांडे जी का नाम और उनकी शख्सियत चर्चा मे वापिस आयीं!

2018 मे अमरेश मिश्र जी ने मंगल पांडे सेना का निर्माण किया। मंगल पांडे जी की आठ फुट लंबी प्रतिमा बनवाई। और ये मांग रखी की ये प्रतिमा उत्तर-प्रदेश विधान सभा के सामने लगाई जाये।

2018 मे मिश्र जी ने सपा-कांग्रेस-बसपा से अपील की थी कि वो इस आंदोलन का समर्थन करें। उत्तर-प्रदेश भाजपा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर यह अनुरोध किया था की उनकी सरकार इस पावन कार्य मे उनकी मदद करें।

19 जुलाई 2018 के दिन, मंगल पांडे जी की 191वी जयंती पर, श्री मिश्र ने पूरे उत्तर-प्रदेश के युवाओं का आह्वान किया कि वो लखनऊ पहुंच कर मंगल पांडे जी की प्रतिमा, उत्तर-प्रदेश विधान सभा के सामने लगवायें।

पार्टीयों से भी अपील की। पर सपा-कांग्रेस-बसपा से उन्हे कोई मदद नहीं मिली। एक राजनीतिक पार्टी के बतौर, सिर्फ राष्ट्रवादी किसान क्रांती दल लखनऊ पहुंचा।

प्रतिमा स्थापन एक राष्ट्रवादी मुद्दा होते हुए भी, मुख्यमंत्री योगी ने उसके प्रति दमनकारी रूख अपनाया। श्री मिश्र को उनके लखनऊ आवास मे नज़रबंद किया। सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने प्रतिमा विधान सभा की ओर जाने नहीं दी।

मेरे नेतृत्व मे वहां पहुंचे हज़ारो राष्ट्रवादी किसान क्रांती दल के कार्यकर्ताओं का दमन किया। प्रदेश के कई जिलों से लखनऊ पहुंच हज़ारो युवाओं पर लाठीचार्ज करवाया।

इसलिये, आज सवाल हर जिले मे मंगल पांडे जी की प्रतिमा लगाना नही है–बल्कि राजनीतीक्त प्रश्न ये है कि उत्तर-प्रदेश विधान सभा के सामने अमर शहीद मंगल पांडे की प्रतिमा लगाई जाये। इसके लिये श्री मिश्र ने 8 अप्रैल 2021, यानी मंगल पांडे जी के 154वे शहादत दिवस पर, उत्तर-प्रदेश विधान सभा के सामने, प्रतिमा लगाने का संकल्प लिया है। इस लक्ष्य को पूर्ण करने हेतु, मार्च 2021 मे उत्तर-प्रदेश मे मंगल पांडे यात्रा निकाली जायेगी, जो 8 अप्रैल को लखनऊ पहुंच कर, विधान सभा के सामने प्रतिमा लगायेगी।

देखिये, भारत देश के खिलाफ हर तरह से षडयंत्र हो रहे हैं। फर्जी राष्ट्रवादी ताकतों को इसलिये केंद्र और उत्तर-प्रदेश मे शासन पर बिठाया गया है, जिससे विदेशी कंपनियां और कारपोरेट घराने, ईस्ट इंडिया कंपनी की तर्ज पर, भारत को लूट सकें और फिर से भारत भूमी पर गुलामी की जंजीर कसी जाये!

मंगल पांडे जी की उत्तर-प्रदेश विधान सभा के सामने प्रतिमा लगाने से ही भारत पूरे विश्व को अपने मान-सम्मान, स्वाभिमान और फिर से गुलाम न होने के दृढ़ निश्चय का संदेश देगा। जिलों मे प्रतिमा लगाना अच्छी बात है। पर उससे विश्वव्यापी संदेश नही जायेगा!

अतः सभी राजनीतिक दलों से आग्रह है कि वो 8 अप्रैल 2021 को श्री मिश्र के नेतृत्व मे उत्तर-प्रदेश विधान सभा के सामने अमर शहीद मंगल पांडे की प्रतिमा लगाने का समर्थन करें। और मार्च, 2021 से निकलने वाली ‘मंगल पांडे जन-जागरण यात्रा’ मे शामिल हों!

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