उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों और सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में अपना मजबूत संगठन खड़ा कर चुकी
जन अधिकार पार्टी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए कमर कस चुकी है।
मौर्य कुशवाहा शाक्य सैनी के 13% वोट बैंक के साथ-साथ दलितों पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के भाईचारा सम्मेलन के जरिए एक बड़े वोट बैंक को जन अधिकार पार्टी अपने नीतियों से प्रभावित कर रही है ।
बसपा संस्थापक कांशीराम के बहुजन मूवमेंट को खड़ा करने में अहम भूमिका निभाने वाले बाबू सिंह कुशवाहा अब एक बार फिर उत्तर प्रदेश में दलितों पिछड़ों और मुसलमानों का मजबूत गठजोड़ बनाने में जुटे हैं और इसके लिए उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में दलित पिछड़ा मुस्लिम भाईचारा सम्मेलनों का आयोजन कर रहे हैं जिनमें भारी भीड़ भी उमड़ रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक 13% मौर्य कुशवाहा शाक्य सैनी वोट बैंक को अपने खेमे में मिला चुके बाबू सिंह कुशवाहा इन सम्मेलनों के जरिए लगभग सभी वर्गों के गरीब और पिछड़े लोगों का व्यापक जनसमर्थन हासिल कर रहे हैं जिसके जरिए 2022 के चुनाव के लिए उनकी पार्टी यदि किसी भी दल के साथ जाती है तो उस दल का सत्ता में आना तय माना जा रहा है।
द इंडियन ओपिनियन
लखनऊ