भारत नेपाल सीमा पर चौकसी के बावजूद तस्करों के हौसले बुलंद है। इस बात का जीता जागता नमूना आज देखने को मिला। नशा और नशीली दवाओं का काला कारोबार सरहद के आगोश में फल फूल रहा है ।
एसएसबी की चौकसी और पुलिस की गस्त से बेखौफ होकर दवाई के एक कारोबारी ने बड़ी मात्रा में अपने मकान में नशीली दवाओं का बड़ा स्टॉक बना लिया था। मुखबिर की सूचना के आधार पर एसडीएम निचलौल ने ठूठीबारी के जमुई में छापेमारी की तो उनके होश उड़ गये। एक पूरा मकान दवाई टेबलेट कैप्सूल सिरप और नशीली इंजेक्शन से भरा पड़ा था।
जांच की गई तो बात पता चली कि स्थानीय दवा व्यवसाई यह सारी दवाइयां नेपाल भेजने की फिराक में था। सरहद के इर्द-गिर्द नशे के कारोबारी सक्रिय रूप से इस काम को लगातार अंजाम दे रहे थे। प्रशासन के सामने नशे की चेन को तोड़ने की एक बड़ी चुनौती थी जिसमें आज सफलता हाथ लगी। आज की सफलता से जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और एसएसबी के कमांडेंट खुश नज़र आ रहे थे।
जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार ने बताया कि पुलिस और एसएसबी के ज्वाइंट ऑपरेशन में प्रतिबंधित नशीली दवाओं को बरामद किया गया है। जिसका अनुमानित मूल्य लगभग 686 करोड रुपए बताया जा रहा है। इन दवाओं को नेपाल भेजने की तैयारी की जा रही थी। सभी अधिकारियों ने दवा बरामदगी की इस घटना को अच्छे से अंजाम दिया है। जिसकी विस्तृत जानकारी और छानबीन की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार गुप्ता ने बताया एसडीएम निचलौल, ठूठीबारी पुलिस और एसएसबी की संयुक्त कार्रवाई में एक व्यक्ति को पकड़ा गया है. इस के मकान से और गोदाम से भारी मात्रा में नारकोटिक्स ड्रग्स बरामद किए गए हैं। जिसमें बड़ी मात्रा में नशीले इंजेक्शन है, जिनकी संख्या 25 हजार, नशीली सिरप है जो लगभग दो लाख के आसपास, प्रतिबंधित कैप्सूल हैं जिनकी संख्या 31 लाख हैं,साथ ही नशे के टेबलेट और लेवल भी मिले हैं। मुख्य आरोपी गोविंद गुप्ता पुलिस की पकड़ से दूर है जिसको जल्द ही पुलिस पकड़ लेगी
घटना के खुलासे के दौरान एसएसबी के कमांडेंट ने बताया कि बॉर्डर एरिया के मेडिकल स्टोर्स पर इन दवाओं की बड़ी खपत के साथ नेपाली युवाओं को सप्लाई दी जाती थी। इस बड़ी बरामदगी से नशे के कारोबार पर अंकुश लगेगा।
रिपोर्ट – कार्तिकेय पांडे, महाराजगंज