लखनऊ : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने परियोजनाओं का किया शिलान्यास एवं लोकार्पण।

लखनऊ :रक्षामंत्री एवं लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह मंगलवार को एक दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे। उन्होंने ज्योतिबा फुले मल्टीलेवल पार्क स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में चौक फ्लाईओवर समेत 1710 करोड़ की 180 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस मौके पर राजनाथ सिंह ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की। प्रदेश की कानून व्यवस्था पर कहा- अपराधी दो शब्द सुनले यो..गी.. तो उसकी दिल की धड़कन रुक जाती है। ये तेवर मेरे पास नहीं है।
सिंह ने कहा, पहले कभी कोई कल्पना नहीं कर सकता था कि यूपी में ब्रह्मोस मिसाइल बनेगी। मैंने अनुमान नहीं लगाया था कि कितने लोगों को रोजगार मिलेगा। लेकिन मुख्यमंत्री योगी ने हिसाब किताब कर लिया है कि पांच हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री से एक रुपए की लीज पर ढाई सौ एकड़ जमीन मांगी थी। तब सीएम ने कहा कि एक माह के भीतर हो जाएगा। रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाला DRDO इसी लखनऊ की धरती पर ब्रह्मोस मिसाइल बनाएगा।
कार्यक्रम के मंच पर पीछे लगी होर्डिंग में पूर्व प्रधानमंत्री और लखनऊ के सांसद रहे अटल बिहारी वाजपेयी की फोटो नहीं थी। इस पर राजनाथ सिंह ने कहा कि यह संसदीय क्षेत्र अटल बिहारी वाजपेयी का रहा है। इसलिए होल्डिंग में उनकी फोटो सबसे ऊपर हो, ऐसी में कामना करता हूं।


इसी के साथ रक्षा मंत्री ने कहा कि जब मैं अपने संसदीय क्षेत्र में आता हूं तब मैं सेवक के रूप के आता हूं। सीएम योगी के नेतृत्व में लखनऊ को जो विशेष तवज्जो मिली है, मैं उसका अनुभव कर रहा हूं। मैं सीएम योगी से कहना चाहूंगा, लखनऊ के लिए हमारा सपना है कि यातायात के नजरिए से यह एक सुगम शहर बन जाए। 2022 के जून तक रिंग रोड बन कर तैयार हो जाए।
सीएम योगी ने खुद कोरोना संक्रमित होने के बाद भी कोरोना कालखंड में जिस तरीके से काम किया है, वो अपने आप में बेमिसाल है। सबसे बड़ी बात जो मेरे दिल को छू गई कि जिन बच्चों के अभिभावक इस दुनिया में नहीं हैं, उनका भी जिम्मा योगी आदित्यनाथ जी ने उठा लिया है, वो काबिलेतारीफ है।
मैं केन्द्र में देखता हूं मोदी और यूपी में योगी। परमात्मा ने अद्भुत जोड़ी बनाई है। मैं यह बात दावे से कह सकता हूं कि देश के 90 फीसदी लोगों को किसी न किसी सरकारी योजना का लाभ मिला है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- आज उत्तर प्रदेश बदल गया है। निवेश का माहौल बना है। देश में कहीं भी निवेश आता है, तो उसमें सबसे पहले यूपी का नंबर आता है। जब चीन से निवेश भाग रहा था, तब वह निवेश उत्तर प्रदेश में आया। प्रदेश में एक्सप्रेस-वे का जाल बिछाया जा रहा है। याद करिए, 14 वर्षों तक लोगों ने प्रदेश को कहां पहुंचा दिया था। हर क्षेत्र में यूपी पिछड़ता गया।


डिजिटल युग में डेटा का कितना महत्व है, ये आप जानते हैं। आज प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में डेटा सेंटर स्थापित हो रहे हैं। उत्तर भारत के सबसे बड़े डेटा सेंटर के लिए उत्तर प्रदेश का नाम चुना गया है।
स्मार्ट सिटी कंपनी, नगर निगम, सेतु निगम, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग और निर्माण निगम की योजनाएं शामिल हैं। लखनऊ विकास प्राधिकरण के करीब 525 करोड़ रुपए और नगर निगम और स्मार्ट सिटी के करीब 365 करोड़ रुपए के काम शामिल हैं। एलडीए की ओर से सिटी में प्रस्तावित ईडब्ल्यूएस व एलआईजी के कामों का शिलान्यास प्रस्तावित किया गया है।
इस परियोजना पर करीब 518 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके अलावा पिपराघाट सड़क समेत कुल 13 विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास हुआ। इसके अलावा 15 करोड़ की लागत से कराए गए स्मार्ट सिटी योजना के कामों का लोकार्पण किया गया। इनमें बलरामपुर व अवंतीबाई अस्पताल में वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट एंड रीयूज वाटर प्रोजेक्ट व हाथी पार्क में सोलर सिस्टम प्रोजेक्ट प्रमुख हैं।


180 करोड़ की लागत से स्मार्ट सिटी के स्मार्ट रोड के काम का शिलान्यास किया गया। 100 करोड़ की लागत से जल निगम के काम, जिलाधिकारी कार्यालय में बन रही भूमिगत पार्किंग तथा शहर के तीन श्मशान घाटों के सौंदर्यीकरण शामिल हैं।
लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा 10.97 लाख रुपए से गांधी सेतु से अंबेडकर सेतु रिवर फ्रंट, झंडेवाला पार्क, बेगम हजरतगंज पार्क, कारगिल शहीद पार्क, झंडीवाला पार्क लालबाग, हुसैनाबाद घंटाघर सहित 6 पार्कों में 22 फ्री वाई-फाई जोन स्थापित किए गए हैं। इनका लोकार्पण किया गया है।

रिपोर्ट – आर डी अवस्थी

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