वाराणसी। सर्व विद्या की राजधानी कही जाने वाली वाराणसी में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का 100 वर्ष पूरे होने पर 11 फरवरी से शताब्दी समारोह मनाया जा रहा था। आज भारत माता मंदिर से विद्यापीठ कैंपस तक झांकी निकाली गई। इस खास मौके पर हर एक विभागों की अलग-अलग झांकी निकाली गई।
काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रोफेसर टीएन सिंह ने कहा कि आज बसंत पंचमी का दिन है मां सरस्वती का दिन है विश्वविद्यालय के स्थापना का सौंवा वर्ष है। 26 जनवरी के दिन दिल्ली राजपथ परजो झांकी दिखाई गई वह झांकी सबसे पहले आयेगी, महाराज सोहेलदेव जी को नमन करते हैं। कोरोनाकाल के बाद अब हम झांकी के माध्यम से दिखाएंगे कि किस तरह से कोरोनाकाल में सेफ्टी बरती गई।
बिभूति नारायण सिंह जी का प्रतीकात्मस्वरूप झांकी महत्वपूर्ण रहा साथ ही पर्यावरण को बचाने के लिए झांकी के माध्यम से चिपको आंदोलन को ऊकेरा गया था। योग ,व्यायाम के प्रति जागरुक करने के लिए भी झांकी निकाली गई।
भारत माता मंदिर से सभी झांकिया निकाली गई। सभी संकायों के प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर मौजूद रहे। झांकी का समापन कुलपति प्रोफेसर टीएन सिंह ने किया।
रिपोर्ट पुरुषोत्तम सिंह