
जब नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री नहीं थे तब वह देश में होने वाले आतंकी हमलों और पाकिस्तानी साजिशों के खिलाफ तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की आलोचना करते थे और कांग्रेस सरकार को कमजोर सरकार और कायर सरकार बताते थे।

पिछले लगभग 7 वर्षों से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं लेकिन इसके बावजूद भारत में बड़े पैमाने पर आतंकी हमले और नक्सली हमले जारी हैं इन हमलों में नरेंद्र मोदी के शासन में सैकड़ों देशवासियों और फौजियों की जान जा चुकी है बावजूद इसके नरेंद्र मोदी सरकार आतंकवादियों नक्सलवादियों राष्ट्र विरोधी ताकतों खासतौर पर आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली पाकिस्तानी एजेंसियों को कोई कठोर संदेश देने में नाकाम रही है।

हाल के दिनों में कश्मीर में पाकिस्तान परस्त आतंकियों के द्वारा गैर मुसलमानों की टारगेटेड किलिंग की घटनाओं में तेजी आई है वहां सिखों और हिंदुओं को सुनियोजित रूप से मारा जा रहा है और दहशत फैलाई जा रही है इसके अलावा बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे प्रांतों से कश्मीर में मजदूरी और रोजगार करने वाले लोगों को भी गोलियों से भूना जा रहा है आतंकवादियों की गोलियों का शिकार होकर कई दलित और पिछड़े मारे जा चुके हैं इतना ही नहीं यूपी और बिहार के मुसलमान भी मारे जा चुके हैं।

कश्मीर में सेना ने आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन को तेज किया है बड़ी संख्या में आतंकी भी मारे गए हैं लेकिन सेना और सुरक्षा बलों के लोग भी बड़ी संख्या में मारे जा रहे हैं कुल मिलाकर आतंकी संगठनों को बड़ा नुकसान पहुंचाने में केंद्र सरकार नाकाम रही है और साथ ही साथ आतंकी संगठनों और उनके पाकिस्तानी आकाओं को कठोर संदेश देने में भी नाकाम रही है।

क्योंकि यदि आतंकवादी संगठनों और उनके पाकिस्तानी आकाओं को वाकई में भारत की कठोर कार्यवाही से नुकसान हुआ होता तो वह भारत के खिलाफ कोई भी कदम उठाने के पहले 100 बार सोचते। मोदी जी ने एक बार मीडिया के सामने कहा था कि देश के दुश्मनों को कठोर संदेश देने के लिए 56 इंच का सीना चाहिए और हिम्मत चाहिए जब वह देश के प्रधानमंत्री हैं पिछले 7 वर्षों से तो उन्हें जरूर वह काम करके दिखाना चाहिए देश के दुश्मनों को वह संदेश देना चाहिए कि देश के दुश्मन दहशत में रहे देश के अपने ही नागरिक दहशत में ना रहे। तभी तो भारत के लोग मान पाएंगे कि मोदी जी ने 56 इंची सीने वाली हिम्मत दिखा दी है।
द इंडियन ओपिनियन
नई दिल्ली
दीपक मिश्रा