पिछले 3 दिनों से लगातार हुई बरसात और नेपाल की नदियों से आने वाले पानी ने सिद्धार्थनगर जिले से गुजरने वाली पांचों नदियों का जलस्तर बढ़ा दिया है । जिले की दो नदियां बूढ़ी राप्ती और घोंघी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इन नदियों का जलस्तर बढ़ने से जिले के मैदानी क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। खेत जल मग्न हैं करीब तीन दर्जन गांव में मेरुण्ड है। हालांकि अभी तक किसी के जान या माल के नुकसान की खबर तो नहीं है लेकिन कृषि के क्षेत्र में किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
सिद्धार्थनगर जिले में उत्पन्न हुई बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए शोहरतगढ़ विधानसभा से अपना दल एस के विधायक विनायक वर्मा ने अपने विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। शोहरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांव पर बाढ़ का व्यापक असर पड़ा है। यह गांव पूरी तरह मेरुदंड है यहां आने जाने के लिए लोगों को सिर्फ नावँ का सहारा है। बाढ़ की स्थिति का मौके पर जाकर जायजा लेने पहुंचे विनय वर्मा ने कहां की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने पूर्व में ही बाढ़ की तैयारियों को लेकर व्यापक इंतजाम किए थे और जिलों में बाढ़ से निपटने के लिए हर सुविधा को मुहैया कराया था। विधायक विनय वर्मा ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लोग काफी परेशान हैं और अभी तक प्रशासन की तरफ से इन तक कोई भी मदद का ना पहुंचना अपने आप में बड़े सवाल खड़े करता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद जिला प्रशासन अभी तक एसी के कमरों में बैठकर काम कर रहा है । उन्होंने कहा कि ऐसा बिलकुल नहीं होना चाहिए इसकी शिकायत वह मुख्यमंत्री से करेंगे और परेशान हाल जनता को जल्द से जल्द मदद मुहैया कराएंगे।